गतिरोध तोड़ने के लिए बीजेपी-जेएमएम में बैठक
२ मई २०१०जेएमएम नेता और मुख्यमंत्री शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन, झारखंड के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता रघुबर दास, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन के प्रमुख सुदेश महतो और जेडी (यू) नेता जलेश्वर महतो ने दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी से मुलाक़ात की. इससे पहले दिल्ली में झारखंड के नेताओं के बीच भी बैठक हुई जिसमें राजनीतिक संकट को समाप्त करने के लिए हल तलाशने पर विचार हुआ.
लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद आम सहमति नहीं बन पा रही है. झारखंड मुक्ति मोर्चा में नेताओं में इस मुद्दे पर मतभेद हैं कि सरकार बनाने के लिए बीजेपी से बात की जाए या फिर उसके लिए कांग्रेस से वार्ता की पहल हो. बीजेपी के साथ बैठकों के बावजूद एक धड़ा ऐसा है जो यूपीए के साथ बातचीत करना चाहता है.
शनिवार को झारखंड मुक्ति मोर्चा के टेकलाल महतो ने सरकार गठन के लिए कांग्रेस के साथ बातचीत के विकल्प को खुला बता कर राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी. टेकलाल महतो ने ज़ोर देकर कहा कि नई सरकार में मुख्यमंत्री शिबू सोरेन को ही बने रहना होगा. महतो से जब पूछा गया कि क्या वह दिल्ली बीजेपी नेताओं के साथ बैठक के लिए आए हैं तो उन्होंने कहा कि वह अपने नेता शिबू सोरेन को मुख्यमंत्री बनाने के लिए आए हैं. ऐसी भी अटकलें हैं कि जेएमएम के कुछ नेता कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाक़ात कर सकते हैं.
लेकिन कुछ नेता कांग्रेस से बातचीत के ख़िलाफ़ भी हैं. जेएमएम नेता हेमलाल मुर्मु ने स्पष्ट कर दिया है कि यूपीए के साथ जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है. झारखंड में पिछले साल राजनीतिक संकट के दौरान मुख्यमंत्री पद के लिए चंपई सोरेन का नाम भी सामने आया था. लेकिन चंपई सोरेन भी चाहते हैं कि फ़िलहाल ‘गुरुजी' (शिबू सोरेन) ही मुख्यमंत्री हैं और उन्हें सीएम बनाए रखने के लिए गठबंधन में शामिल दलों से बात की जाएगी.
लोकसभा में कटौती प्रस्ताव के मुद्दे पर जेएमएम ने विपक्ष के प्रस्ताव के विरोध में वोट किया था. इससे ख़फ़ा होकर बीजेपी ने झारखंड में जेएमएम के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने का एलान किया था. लेकिन शिबू सोरेन के बेटे हेमंत सोरेन ने नितिन गडकरी को एक ख़त लिखकर बीजेपी के नेतृत्व में सरकार को समर्थन का भरोसा दिया और अब इसी फ़ार्मूले पर बात हो रही है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह