खुलेआम चुंबन का इतिहास
भारत में कहीं भी युगल जोड़े प्रेम का सार्वजनिक प्रदर्शन करते दिखें तो लोगों की त्यौरियां चढ़ जाती हैं. वहीं पश्चिमी देशों में सार्वजनिक जगहों पर चुंबन, आलिंगन आम बात है. देखिए भारत में किस की कहानी.
चुंबन की शुरुआत कहां से हुई यह पक्के तौर पर कहना कठिन है. टेक्सास के मशहूर मानवशास्त्री वॉन ब्रायंट ने चुंबन या किस पर लम्बा शोध किया और पाया कि ऐसी किसी क्रिया के सबसे पहले लिखित प्रमाण 3,500 साल पुराने वेद, पुराणों और संस्कृत पाण्डुलिपियों में मिलते हैं.
करीब आधी सदी बाद हिंदू महाकाव्य महाभारत में होठों से होठों पर स्नेहमयी कोमल चुंबन का पहला जिक्र मिलता है. भारत में इस पर शोध करने वाले लोगों ने बताया कि 326 ईसा पूर्व जब सिकंदर महान ने उत्तरी भारत के पंजाब प्रांत के कुछ हिस्सों पर कब्जा किया तब वहां से ही वह किसिंग को दुनिया के बाकी हिस्सों में ले गया.
अमेरिकी मानवशास्त्री वॉन ब्रायंट बताते हैं कि किस शब्द की उत्पत्ति भी प्राचीन भारत में ही हुई होगी. प्राचीन काल में किसिंग को “बूसा” या “बोसा” भी कहा गया, जिससे इसका प्राचीन लैटिन नाम ”बासियम” निकला. इसका आधुनिक जर्मन नाम "कुस" और अंग्रेजी नाम “किस” भी यहीं से निकला.
विश्व को कामसूत्र देने वाले देश में आज भी सार्वजनिक जगहों पर युगल जोड़ों का हाथ में हाथ डालकर चलते दिखना आम नहीं है. "मनुस्मृति" नाम के ग्रंथ में कई सौ सालों में स्थापित हुए हिंदुओं के सामाजिक आचार व्यवहार का ब्यौरा था. काफी हद तक इसे ही हिंदुओं के जीवन जीने का आधार मान लिया गया. कुछ लोगों ने आगे चलकर इसका मतलब महिलाओं की कामुकता पर नियंत्रण करना समझ लिया.
1933 में आई हिन्दी फिल्म “कर्मा” में उस समय की मशहूर अदाकारा देविका रानी ने पर्दे पर एक्टर और असली जीवन में अपने पति हिमांशु राय को किस किया था.
2007 में मशहूर बॉलीवुड एक्टर शिल्पा शेट्टी को हॉलीवुड एक्टर रिचर्ड गेयर के गालों पर किस करने के कारण काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी. पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए और उन कलाकारों के पुतले तक जलाए गए.
1980 में पद्मिनी कोल्हापुरे के ब्रिटेन के प्रिंस चार्ल्स को पश्चिमी अंदाज में अभिवादन करने के दौरान किस किया था जिसके कारण उनकी खूब आलोचना हुई. इसके अलावा 1993 में अभिनेत्री शबाना आजमी के नेल्सन मंडेला को किस करने पर भी ऐसी ही प्रतिक्रिया हुई.
2008 में दिल्ली के एक मेट्रो स्टेशन के पास किस करते पाए गए एक विवाहित जोड़े पर अश्लीलता फैलाने के आरोप में मुकदमा जड़ दिया गया. इस बार अदालत ने अपना फैसला सुनाते हुए साफ किया कि प्रेम जताना कोई गैरकानूनी काम नहीं हैं.