खाने के अलग अंदाज
कहीं छुरी कांटे से तो कहीं चॉप्सटिक से, खाने के दुनिया भर में अलग अंदाज हैं. इनमें से कुछ खास इन तस्वीरों में देखिए...
अकेले खाना
अक्सर लोग अकेले खाना पसंद करते हैं. लेकिन साथ बैठकर खाने से हमें मेज पर खाने के तौर तरीके सीखने को मिलते हैं.
जर्मन खाने की मेज
जर्मन खाने की मेज कुछ यूं सजी मिलेगी आपको. मेज पर छुरी, कांटा, बड़ा चम्मच और एक चाय का चम्मच मिलेगा. इन्हें मेज पर सजाया भी वैसे गया है जैसे इनका इस्तेमाल है, बाएं हाथ में कांटा और दाहिने हाथ में छुरी.
शोर से परहेज
खाने की मेज पर जर्मन शोर पसंद नहीं करते, छुरी-कांटे, प्लेट चम्मच की आवाज करना अच्छा नहीं माना जाता. चम्मच के मुकाबले कांटे के इस्तेमाल से खाने के दौरान कम आवाज होती है.
शुरुआती तौर तरीके
बच्चों को बचपन से ही मेज पर खाना खाने की तमीज सिखाई जाती है. हालांकि बच्चों पर किसी का जोर नहीं चलता, वे अक्सर वैसे ही खाते हैं जैसे उन्हें पसंद हो.
आजकल के युवा
मौजूदा समय में जर्मन युवा पिज्जा और उबले आलुओं से बना जर्मन खाना हाथ से खाना पसंद करते हैं.
चीनी
कई एशियाई देशों में लोग चॉप्स्टिक्स से खाना खाते हैं. उनका खाने का अंदाज हर किसी के लिए आसान नहीं. सिर्फ दो स्टिक्स से खाने को पकड़ना और मुंह में डालना लोगों के लिए अक्सर बेहद मुश्किल हो जाता है.
जापान का खाना
जापानी खाने में भी दो डंडियों का इस्तेमाल होता है. चीनी खाने के मुकाबले चॉप्स्टिक्स से सूशी जैसी जापानी चीजें ज्यादा आसानी से खाई सकती हैं.
बंगाल से
खाने में अगर मछली और चावल हो तो इसे खाने के लिए पांच अंगुलियों के इस्तेमाल से अच्छा कोई तरीका नहीं.
अफ्रीका में हाथ से खाना
भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश के अलावा कई अफ्रीकी देशों में भी लोग हाथ से खाना पसंद करते हैं.
साथ में खाने का चलन
पेट भी भर जाए और दोस्तों के साथ मजा भी आए. जैसे कि न्यूयॉर्क की इस तस्वीर में इकट्ठा खाने के साथ धूप का भी मजा लिया जा रहा है.
भारत में विदेशी
सैर करने या काम के लिए भारत आए विदेशी भी आपको अक्सर हाथ से खाते दिख जाएंगे. हालांकि यह मुश्किल काम हो सकता है क्योंकि वे बाएं हाथ में कांटा लेकर बाएं ही हाथ से खाते हैं. जबकि भारत में दाहिने हाथ से खाने का चलन है.
यूरोप में रहने वाले
यूरोप में बड़ी तादाद तुर्कियों की है. वे चम्मच से खाना पसंद करते हैं. उनका खानपान भारतीयों से मिलता जुलता है जैसे मछली, मांस, सब्जियां, चावल और नान.