खतरनाक उत्पाद
खतरनाक खिलौने या जहरीले कपड़े और कॉसमेटिक्स. यूरोपीय देशों में बाजार में क्वालिटीहीन सामानों की तादाद बढ़ रही है. यूरोपीय संघ ने अपनी ताजा उपभोक्ता रिपोर्ट में इन मालों को देखभाल कर खरीदने की चेतावनी दी है.
खतरे की खोज
यूरोपीय देश चेतावनी सिस्टम रैपेक्स (रैपिड एलर्ट सिस्टम फॉर डैंजरस नॉन-फूड कंज्यूमर प्रोडक्ट्स) के जरिए एक दूसरे को खतरनाक मालों के बारे में जानकारी देते हैं. अधिकारियों ने 2014 में 2435 उत्पादों को बाजार से हटा लिया.
नया रिकॉर्ड
बहुत से उत्पादों में ऐसे खतरे होते हैं जिनके बारे में उपभोक्ता सोच भी नहीं सकते. यूरोपीय उपभोक्ताओं को उनके बारे में बेहतर जानकारी देने के लिए यूरोपीय आयोग हर साल स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाने वाले उत्पादों की एक रिपोर्ट जारी करता है.
बच्चे खास खतरे में
गुड़िया जिसमें आसानी से आग लग जाए, टेडी ऐसे जिनसे कैंसर का खतरा हो या छोटे-छोटे खिलौने जो बच्चों के गले में अटक जाएं. खासकर बच्चों के लिए बहुत से खिलौने खतरनाक होते हैं. जहरीले रसायन के अलावा उनके दम घुटने या घायल होने का भी खतरा होता है.
कपड़े से जलन
यूरोपीय संघ की खतरनाक वस्तुओं वाली सूची में परिधान, कपड़े या फैशन वाले सामानों का हिस्सा 23 प्रतिशत है. बहुत से कपड़ों में जहरीले रसायनिक होते हैं जो त्वचा में जलन पैदा करते हैं. सबसे ज्यादा जहरीले रसायन जूतों और चमड़े के सामानों में पाए गए.
अत्यंत खतरनाक
घरों में इस्तेमाल होने वाले उपकरण भी खतरे की वजह हो सकते हैं. पिछले साल असुरक्षित मालों में उनका हिस्सा 9 प्रतिशत था. गर्म होने वाले यंत्रों में यदि क्वालिटी के सामान का इस्तेमाल नहीं हुआ है तो उनमें आग लग सकती है. इलेक्ट्रिक उपकरणों से बिजली का झटका लग सकता है.
नुकसानदेह आयात
ज्यादातर खतरनाक माल पिछले सालों की ही तरह चीन से आए थे. लेकिन चीन से यूरोप में सबसे ज्यादा आयात भी होता है. 14 प्रतिशत सामानों का उत्पादन यूरोप में ही हुआ था. इनमें सबसे ज्यादा जर्मनी में और उसके बाद इटली, ब्रिटेन तथा फ्रांस में उत्पादित थे.
तेज चेतावनी सिस्टम
यूरोप में 2003 में खतरनाक मालों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए चेतावनी सिस्टम बनाया गया था. तब से 19,093 खतरनाक मालों की शिनाख्त कर उन्हें बाजार से हटाया गया है. ईयू कमिसार वेरा जुरोवा के अनुसार यह यूरोपीय उपभोक्ताओं की सुरक्षा का कुशल सिस्टम बन गया है.