क्या सच है 500 किलो की महिला का वजन घटाने का दावा
२५ अप्रैल २०१७भारतीय डॉक्टरों ने बहुत गुस्से के साथ अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए कहा है कि उन्होंने कभी ईमान अहमद के वजन को लेकर झूठे दावे नहीं किये. विश्व की सबसे भारी महिला मिस्र की ईमान अहमद का कितना वजन सर्जरी के कम हुआ, इसे लेकर विवाद हो रहा है.
500 किलोग्राम भारी मिस्र की महिला ईमान अहमद को उनका वजन घटाने की सर्जरी कराने के लिए भारत लाया गया था. ईमान की बहन शाइमा सलीम ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में डॉक्टरों पर आरोप लगाया कि सर्जरी के बाद भी उनकी 500 किलोग्राम की बहन का वजन आधा भी नहीं घटा है. वहीं डॉक्टर उनके आरोप को "बिल्कुल बेतुका" बता रहे हैं. मुंबई में ईमान के केस को देख रही डॉक्टरों की टीम के प्रमुख मुफज्जल लकड़ावाला ने सर्जरी के बारे में एएफपी को बताया कि "आज ईमान का वजन केवल 171 किलो है."
एक हफ्ते पहले मुंबई के सैफी हॉस्पिटल ने ईमान का जो वीडियो जारी किया था, उसमें 37 वर्षीया महिला अपनी बैरिआट्रिक सर्जरी के बाद पहले से काफी पतली नजर आ रही थी. इसके करीब एक महीने पहले उनकी सर्जरी हुई थी. वीडियो में वे बैठ कर, मुस्कुराते हुए संगीत सुनती नजर आयी थीं.
इसके साथ जारी डॉक्टरों के बयान में बताया गया था कि जिस महिला ने मिस्र के अलेक्जैंड्रिया शहर के अपने घर से दो दशकों से बाहर कदम नहीं रखा था, उसे 11 फरवरी को एक विशेष विमान से भारत पहुंचाया गया. डॉक्टर लकड़ावाला कहते हैं, "तस्वीरें झूठ नहीं बोलतीं, वे झूठ बोल ही नहीं सकतीं." डॉक्टरों को लगता है कि जब उन्होंने ईमान के जल्द ही भारत छोड़कर वापस मिस्र भेजे जाने की संभावना के बारे में बताया था, तभी उनकी बहन ने यह शिकायत शुरू की.
ईमान अहमद का भारत में मुफ्त इलाज किया जा रहा है. उनके परिवार ने बताया था कि बचपन में उन्हें हाथीपांव की बीमारी हो गयी थी, जिसके कारण उनके अंग सूज गये थे और हिलना डुलना बहुत कम हो गया था. उसके बाद से उन्हें कई बार स्ट्रोक्स हुए और साथ ही मधुमेह, हाई बीपी, हाइपरटेंशन जैसी कई और बीमारियां होने के कारण हिलना डुलना भी बंद हो गया. वे साफ बोल भी नहीं पातीं और आंशिक रूप से लकवाग्रस्त हैं. उन्हें विशेष तरल भोजन दिया गया ताकि उनकी बैरिआट्रिक सर्जरी हो सके. इस सर्जरी में पेट को कम करने वाली एक बाई पास सर्जरी होती है. मुंबई के डॉक्टरों का कहना है वजन और कम करने के लिए वे इससे ज्यादा कुछ नहीं कर सकते और अपनी बाकी तकलीफों के लिए ईमान को किसी न्यूरोलॉजिस्ट की मदद लेनी चाहिए.
आरपी/ओएसजे (एएफपी)