कोसोवो चुनाव में जीत के दावों के बीच तनाव
१३ दिसम्बर २०१०तीन साल पहले आजादी की घोषणा के बाद हुए पहले चुनाव के लिए मतदान बंद होने के कुछ ही घंटों बाद थाची ने अपने समर्थकों से कहा, "जीत हमारी है." चुनाव आयोग नतीजों की घोषणा सोमवार से करना शुरू करेगा जबकि एक्जिट पोल में थाची की पीडीके पार्टी को 31 प्रतिशत के साथ सबसे आगे बताया गया है. कोसोवो डेमोक्रैटिक इंस्टीच्यूट द्वारा कराए गए एक अन्य एक्जिट पोल में पीडीके को 34.4 फीसदी की बढ़त दी गई है जबकि एलडीके को 25.3 फीसदी के साथ पिछड़ता बताया गया है.
इसके बावजूद एलडीके ने दावा किया है कि वह मतगणना में आगे हैं. पार्टी के प्रवक्ता अरबन गाशी ने कहा, एक्जिट पोल अंतिम नतीजा नहीं है. कोसोवो के स्तर पर एलडीके अभी भी बढ़त में है. उन्होंने कहा कि उनका दावा एलडीके के चुनाव मोनीटरों की गिनती पर आधारित है.
चुनाव आयोग द्वारा नतीजों की घोषणा सोमवार शाम तक किए जाने की संभावना है. परस्पर विरोधी दावों के बाद दोनों पार्टियों के समर्थक राजधानी प्रिश्टीना की सड़कों पर उतर आए. पुलिस दोनों पार्टियों के समर्थकों को एक दूसरे से अलग रखने की कोशिश कर रही है, लेकिन तनाव बना हुआ है. थाची की पीडीके पार्टी के समर्थक एलडीके नेता इशा मुस्तफा के पोस्टर फाड़ते नजर आए.
इशा मुस्तफा ने अपने समर्थकों से वोटों की गिनती के दौरान शांत रहने और सड़कों पर विरोध न करने की अपील की है. उन्होंने टेलिविजन पर एक अपील में कहा, "हम केवल केंद्रीय चुनाव आयोग के नतीजों को स्वीकार करेंगे." वे प्रिश्टीना के मेयर भी हैं.
कोसोवो ने 2008 में सर्बिया से आजादी की घोषणा की थी. उसे पश्चिमी देशों का समर्थन है. कोसोवो के उत्तरी भाग में रहने वाले अल्पसंख्यक सर्बों ने मतदान का बहिष्कार किया. सर्बिया कोसोवो की आजादी को नहीं मानता और उसने भी सवा लाख अल्पसंख्यक सर्बों से मतदान का बहिष्कार करने को कहा था. जबकि उत्तरी इलाके के सर्बों ने मतदान का बहिष्कार किया, केंद्रीय कोसोवो में सर्बों ने बड़ी संख्या में मतदान में हिस्सा लिया. मतदान आम तौर पर शांत रहा और चुनाव आयोग ने कहा कि 48 फीसदी मतदान हुआ.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एस गौड़