कॉमेडी की मदद से समाज की समस्याओं पर चोट
९ जून २०१७अफगानिस्तान के टोलो टेलिविजन पर आने वाला कार्यक्रम शबक ए खंदा पुलिस, सरकार, सेना और भ्रष्ट रसूखदारों की आखों में किरकिरी बना हुआ है. कार्यक्रम नाटकीय अंदाज में अफगानिस्तान के हालातों पर कटाक्ष करता है. तालिबान और दूसरे इस्लामी कट्टररपंथियों का हमला झेल रहे अफगानिस्तान में कॉमेडी खतरनाक साबित हो सकती है, लेकिन लगातार मिलने वाली धमकियों के बावजूद वे अपने कार्यक्रम को प्रसारित कर रहे हैं.
शबक ए खंदा अफगानिस्तान की परिस्थितियों और वहां होने वाली गड़बड़ियों के बारे में बात करता है और टोलो टेलिविजन पर पहले एपिसोड के प्रसारित होने के साथ ही बहुत सारे लोग उन्हें फॉलो करने लगे थे. एक हालिया एपिसोड में एक मंत्री की चुटकी ली गई है, जो अपनी मीटिंग्स में अक्सर सोते हुए दिखते हैं. एंकर धीमे से हारमोनियम बजाते हुए कटाक्ष करता है, "वजीर साहब मैं अपना देश बचाने के लिए कब जागूं, आप तो उस वक्त भी सो रहे थे जब आत्मघाती हमलावरों ने हमला किया था?"
इस तरह के संवादों के जरिए कॉमोडी प्रोग्राम के कलाकार देश के लोगों में बढ़ रही हताशा को दिखाने के कोशिश कर रहे हैं. ऐसे ही एक और एपिसोड में सैनिक कमांडर की नकल की गई, जो जुआ खेलने के बाद अपनी सरकारी गाड़ी को शर्त में हार गया था. इसी अंदाज में एक पुलिस अधिकारी की आलोचना की गई जिसे लड़कों के यौन शोषण और उन्हें गुलाम बनाने के आरोप में बर्खास्त किया गया था.
शो के 27 वर्षीय प्रोड्यूसर रफी ताबी कहते हैं कि वे कॉमेडी के जरिए अफगानिस्तान की असलियत को दिखाते हैं. "कॉमेडी और ज्यादा मजेदार हो जाती है जब इसमें सच्चाई होती है. हम लोगों को वाकई हंसाते हैं." यह शो सेंसर नहीं की गई उन कुछ आवाजों में से है जो अपनी सच्चाई की ताकत से सत्ता को परेशान किए हुए है. और हर एपिसोड के साथ ये कार्यक्रम और मजबूत और साहसिक होता दिख रहा है.
हालांकि कार्यक्रम के एक कॉमेडियन ने बताया कि हथियारों से लैस दो व्यक्ति मेरे घर आए थे जिन्होंने मुझे धमकी दी थी कि तुम लोग हमारे लीडरों का मजाक उड़ा रहे हो और ये आखिरी बार ऐसा हो रहा है. कॉमेडियन नाबी रोशन ने इस पर भी चुटकी लेते हुए कहा कि कॉमेडी करना हिंदुस्तान में गाय को मारने की तरह है, जहां जानवरों की पूजा की जाती है.
पर इस शो की ताकत यही है कि अफगानिस्तान के आम लोग शबक ए खंदा की टीम के लोगों से अनुरोध करने लगे हैं कि वे इस शो को जारी रखें क्योंकि वे लगातार वहां की गड़बड़ियों को लोगों के सामने ला रहे हैं.
एसएस/एमजे (एएफपी)