कैसे मिला इन कारों को अपना नाम
आजकल बाजार में उच्च तकनीक वाली तमाम गाड़ियां हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इन गाड़ियों के ये नाम कैसे पड़े और इनका क्या अर्थ होता है. जानिये अपनी पसंदीदा गाड़ियों को और भी करीब से..
एस्टन मार्टिन
इस लग्जरी कार का नाम इसके संस्थापक लियोनेल मार्टिन और एस्टन हिल के नाम पर पड़ा. साल 1914 में जब कंपनी का मुख्यालय लंदन में हुआ करता था तब कंपनी का नाम रखा गया.
बीएमडब्लयू
तीन कंपनियों के विलय के बाद साल 1912 में अपना परिचालन शुरू करने वाली कंपनी बीएमडब्लयू का पहला नाम बायरिषे फ्लूगसॉएगवेर्के (बवेरियन एयरप्लेन वर्क्स) था जिसे बाद में बदलकर बायरिषे मोटोरेनवेर्के (बवेरियन मोटर वर्क्स) किया गया.
पोर्शे
लग्जरी स्पोर्ट कार के लिए दुनिया में मशहूर पोर्शे का नाम भी कंपनी के संस्थापक फेर्डिनेंड पोर्शे के नाम पर पड़ा. कंपनी की स्थापना साल 1931 में जर्मनी के स्टुटगार्ट में की गयी.
रोल्स-रॉयस
इंग्लैंड की इस कंपनी का परिचालन साल 1906 में कारोबारी हेनरी रॉयस और चार्ल्स रोल्स ने किया. दोनों मिलकर दुनिया की बेहतरीन कारों का निर्माण करना चाहते थे.
डैटसन
कंपनी का नाम पहले डैट था. इसे शुरू करने वाले तीनों पाटनर्स के उपनाम केंजिरो डेन के डी, रोकोरू आओयामा के ए और मेइतारो टाकेची के टी से बना डैट. बाद में निसान ने इसे खरीद लिया और डैटसन बना दिया.
फरारी
फरारी का नाम अपने इतालवी संस्थापक एनजो फरारी के नाम पर पड़ा. एनजो एक रेस ड्राइवर थे लेकिन साल 1939 में उन्होंने अपनी कंपनी बनाने के लिए रेसिंग को अलविदा कह दिया.
फोर्ड
हेनरी फोर्ड ने साल 1903 में अमेरिका के मिशिगन में फोर्ड मोटर्स कंपनी की स्थापना की थी. फोर्ड ने अपनी नौकरी छो़ड़कर 28 हजार डॉलर के साथ कंपनी की नींव रखी थी.
मर्सिडीज
पेट्रोल से चलने वाली पहली कार मर्सिडीज-बेंज को साल 1886 में तैयार किया गया था. कार का नाम जर्मन कंपनी के संस्थापक कार्ल बेंज के नाम पर पड़ा. लेकिन ऑस्ट्रियन ऑटोमोबाइल इंजीनियर ऐमिल येलेनेक जिसने डेमलर मोटर ग्रुप का ट्रेडमार्क तैयार किया था, उसने उत्पादों की मार्केटिंग अपनी बेटी मर्सिडीज येलेनेक के नाम पर की.
शेवरले
शेवी नाम से जानी जाने शेवरले का नाम कंपनी के सहसंस्थापक लुइ शेवरले के नाम पर पड़ा. उन्होंने विलियम सी डुरेंट के साथ कंपनी शुरू की.
होंडा
इसका नाम संस्थापक सोइचिरो होंडा के नाम पर पड़ा. पेशे से मैकेनिक रहे सोइचिरो को कार रेसिंग का बेहद शौक था. साइचिरो ने पहले लंबे समय तक टोयोटा के लिए काम भी किया.
टोयोटा
जापानी कंपनी टोयोटा की स्थापना साल 1937 में कीचिरो टोयोटा ने की थी. कंपनी ने ऑटो इंडस्ट्री में बड़े बदलाव किए.
फोल्क्सवागेन
जर्मन भाषा में फोल्क्सवागेन का अर्थ होता है, "लोगों की गाड़ी". साल 1937 में स्थापिक फोल्क्सवागेन आज दुनिया की बड़ी ऑटो कंपनियों में से एक है. कंपनी के पास कई अहम कार ब्रांड स्कोडा, ऑडी, बेंटले आदि हैं.
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