कैरी ने जताया ईरान समझौते पर भरोसा
१५ अप्रैल २०१५इसी महीने तेहरान और अमेरिका समेत छह अन्य विश्व शक्तियों के बीच एक डील के प्रारूप पर सहमति बनी थी. बुधवार को एक बार फिर जर्मनी के ल्यूबेक शहर में जी7 देशों के विदेश मंत्री तमाम राजनयिक मुद्दों पर चर्चा के लिए मिल रहे हैं. बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे कैरी ने कहा, "ईरान के साथ समझौते को लेकर चली आ रही बातचीत को अगले ढाई महीने के अंदर अंतिम रूप देना फिलहाल एक बड़ी चुनौती है."
ईरान के साथ होने वाले समझौते के लिए संसद का समर्थन जुटाने के लिए राष्ट्रपति ओबामा इस बात के लिए तैयार हो गए हैं कि कांग्रेस को परमाणु समझौते को रिव्यू करने का हक होगा. जानकार इसे ओबामा पर विपक्षी रिपब्लिकन पार्टी और खुद उन्हीं की पार्टी के भी कुछ सदस्यों के दबाव में आकर अनिच्छा से लिया निर्णय मान रहे हैं. इस पर ल्यूबेक पहुंचे कैरी ने कहा, "कल वॉशिंगटन में कांग्रेस की शक्ति के लिहाज से एक मध्यमार्ग निकाला गया. हमें भरोसा है कि राष्ट्रपति एक ऐसे समझौते पर पहुंचेंगे जो पूरी दुनिया की सुरक्षा करेगी."
दूसरी ओर, ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने सरकारी टेलीविजन पर दिए अपने बयान में कहा है कि तेहरान विश्व शक्तियों के साथ किसी ऐसे व्यापक समझौते को स्वीकार नहीं करेगा, अगर उस पर लगे सभी प्रतिबंध नहीं हटाए जाते. रूहानी ने कहा, "अगर प्रतिबंध नहीं खत्म होते तो कोई समझौता भी नहीं होगा." उन्होंने कहा कि अमेरिकी कांग्रेस को परमाणु समझौते को रिव्यू करने का अधिकार देना अमेरिका का घरेलू मामला है. इस पर रूहानी ने साफ किया "हम विश्व शक्तियों के साथ वार्ताएं कर रहे हैं ना कि अमेरिकी कांग्रेस के साथ," और ईरान "दुनिया के साथ सृजनात्मक पारस्परिक विचार-विमर्श चाहता है ना कि उनसे आमना-सामना."
राष्ट्रपति ओबामा के लिए झटका माने जा रहे कांग्रेस के साथ हुए ओबामा प्रशासन के इस समझौते पर इस्राएल ने खुशी जताई है. इस्राएल के इंटेलीजेंस मंत्री युवाल श्टाइनित्स ने बुधवार को इस्राएली रेडियो पर कहा, "आज की सुबह हम वाकई बहुत खुश हैं. यह इस्राएली नीति की एक उपलब्धि है."
आरआर/एमजे (रॉयटर्स, एएफपी)