किम क्लाइस्टर्स ने जीता साल का पहला ग्रैंड स्लैम
२९ जनवरी २०११ली ना को 3-6, 6-3.6-3 से हराने के बाद किम क्लाइस्टर्स ने नम आंखो से भर्राई आवाज में कहा, "अब मुझे ऑसी किम कह कह सकते हैं क्योंकि मैंने यह खिताब जीत लिया है". दो साल के संन्यास के बाद 2009 में वापसी करने वाली क्लाइस्टर्स का ये तीसरा खिताब है वैसे ऑस्ट्रेलियन ओपन का ग्रैंड स्लैम दूसरी बार उनके नाम हुआ है. पहली बार उन्होंने वर्ष 2000 में ख़िताब जीता था. मेलबर्न पार्क पर यह उनकी ओखरी जीत हो सकती है क्योंकि उन्होंने कहा था कि 2011 उनके कैरियर का अंतिम वर्ष होगा.
तीन बार यू एस ओपन चैंपियन रह चुकी क्लाइस्टर्स ने चीन की ली ना के खिलाफ पहला सेट हारने के बावजूद जबर्दस्त वापसी की और अगले दोनों सेट जीतकर खिताब अपने नाम किया.
यदि ली ना यह खिताब जीत लेती तो वे ग्रैंड स्लेम खिताब जीतने वाली चीन और एशिया की पहली खिलाडी बन जाती. इससे पहले ली ना ने सिडनी इंटरनेशनल में क्लाइस्टर्स को हराकर खिताब जीता था लेकिन इस बार वे जीत हासिल नहीं कर पाईं.
27 वर्षीय क्लाइस्टर्स ने जीत के बात कहा "ग्रैंड स्लैम जीत हमेशा ही बेहद भावुक होती हैं." उन्होंने यह भी कहा, "मैं बहुत खुश हूं कि मैं हारते हुए मैच का रुख पलट सकी."
क्लाइस्टर्स रूस की वेरा ज्वोनारेवा को लगातार सेटों में 6-3, 6-3 से हराकर फाइनल में पहुंची थी. पिछली बार क्लाइस्टर्स तीसरे नंबर पर रही थी.
रिपोर्ट: एजंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: एन रंजन