कार म्यूजियम
आधुनिक ऑटोमोबाइल उद्योग को नया रंग रूप देने वाले कार्ल बेन्ज जर्मनी के थे. जर्मन कारों की दीवानगी दुनिया भर में कम नहीं है और जर्मनी में भी कारों के प्रेमी बहुत हैं, बड़े और सुंदर म्यूजियम भी हैं.
मर्सिडीज बेंज म्यूजियम
29 जनवरी 1886 को कार्ल बेंज ने अपनी गाड़ी का पेटेंट करवाया. आज नौ मंजिलों वाला मर्सिडीज बेंज म्यूजियम श्टुटगार्ट में इस कार के 125 साल का इतिहास दिखा रहा है. 16,500 घनमीटर में फैले इस संग्रहालय में 160 मॉडल रखे गए हैं.
कहीं और
बेंज पेटेंट गाड़ी नंबर एक, जो 1886 में बनी थी. उसे श्टुटगार्ट के म्यूजियम में नहीं दिखाया गया है, बल्कि ये म्यूनिख के जर्मन यातायात संग्रहालय का हिस्सा है. यहां हर तरह की गाड़ियां प्रदर्शित की गई हैं, रेलों से लेकर साइकिलों तक.
कारों का इतिहास
जो जर्मन कारों के विकास के बारे में जानना चाहता है उसे आमेरांग में एर्न्स्ट फ्राइबैर्गेर का म्यूजियम जरूर देखना चाहिए. यहां तारीख के हिसाब से कारों के निर्माण को दिखाया गया है. छह हजार वर्ग मीटर की जगह में 220 कारें इतिहास का झरोखा खोलती हैं.
कार की तकनीक
सिंसहाइम शहर में ऑटो और उसकी तकनीक का संग्रहालय है. यूरोप के सबसे बड़े निजी म्यूजियम में ओल्डटाइमर कारों के अलावा फॉर्मूला वन की गाड़ियां, स्पोर्ट कारें और आम कारों से लेकर मोटरसाइकिलें और हवाई जहाज भी हैं. यहां 260 कारों का संग्रह है.
पोर्शे संग्रहालय
जिसे स्पोर्ट कारें पसंद हैं, उसे श्टुटगार्ट का पोर्शे म्यूजियम देखना ही चाहिए. यहां आने वाले लोगों को पोर्शे कार निर्माण के 80 साल का इतिहास दिखाया जाता है. पोर्शे वैसे भी दुनिया में जानी मानी स्पोर्ट और रेसिंग कार है.
फोल्क्सवागेन म्यूजियम
इस संग्रहालय में पहुंचते ही बीटेल, गोल्फ और बुली प्रेमियों का दिल धड़कने लगता है. यहां कार कंपनी के सभी मॉडल दिखाए गए हैं. और यह म्यूजियम वोल्फ्सबुर्ग के फोल्क्सवागेन कारखाने से थोड़ी ही दूरी पर है. यहां 5,000 वर्ग मीटर में 130 मॉडल रखे गए हैं.
बीएमडबल्यू की कारें
बवेरिया की इस जानी मानी कार बनाने वाली कंपनी का संग्रहालय म्यूनिख में है. 5000 वर्गमीटर के हॉल में कंपनी की 120 कारों के अलावा मोटरसाइकिलें और इस ब्रांड की मोटरें दिखाई गई हैं.
हॉर्ष म्यूजियम
स्विकाउ का यह संग्रहालय तारीख के आधार पर 100 साल का इतिहास दिखाता है. यहां का सबसे पुराना मॉडल 1911 में बना ग्रीन हॉर्ष है. यहां कार यूनियन की कारें दिखाई गई हैं जिसमें हॉर्ष, ऑडी, डीकेडब्ल्यू और वांडरेर शामिल है. इनमें पूर्वी जर्मनी की ट्राबांट उर्फ ट्राबी भी है.
आइजेनाख में
ऑटोमोबाइल उत्पादन की पारंपरिक जगह आइजेनाख शहर है. यहां 1898 से ऑटोमोबाइल डिजाइन किए जाते हैं और उन्हें बनाया जाता है. यहां डिक्सी वैर्के के जमाने की कारें, बीएमडबल्यू, इएमडबल्यू और वार्टबुर्ग से लेकर 1992 से बने ओपेल की गाड़ियां देखी जा सकती हैं.
म्यूजियम मोबाइल
ऑडी कार का म्यूजियम मोबाइल इंगोलश्टाट में है. यहां मशहूर ऐतिहासिक कारों और नए मॉडलों का संग्रह है. यहां सिर्फ कारों के मॉडल और तकनीक ही नहीं, उद्योग के आर्थिक और सामाजिक पहलू भी दिखाए गए हैं.