गूगल की नई कार
२८ मई २०१४गूगल ने एक ऐसी कार बनाई है जिसमें ना तो स्टीयरिंग व्हील है, ना ही पैर वाले ब्रेक और एक्सिलरेटर. कार को देख कर ऐसा लगता है जैसे बस पीछे की ही सीट लगी हो और आगे का हिस्सा गायब कर दिया हो. गूगल ने इस कार का वीडियो इंटरनेट पर डाला है और लोगों को इसकी सवारी करते हुए भी दिखाया गया है.
गूगल का कहना है कि उसने कार को पूरी तरह से खुद डिजाइन किया है और वह इसका इस्तेमाल अपने ही रिसर्च के कामों के लिए करेगा. मिसाल के तौर पर गूगल मैप्स के लिए अब इसी कार की मदद ली जाएगी. लेकिन आम लोग इसे इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. गूगल ने साफ किया है कि वैसे तो सौ कारें बनाई जा रही हैं लेकिन इन्हें बिक्री के लिए बाजार में नहीं उतारा जाएगा.
गूगल के सीईओ सेर्गे ब्रिन का कहना है कि कंपनी एक ऐसी कार बनाना चाहती थी जो खुदबखुद चल सके और आने वाले सालों में इसे कुछ इस तरह से विकसित किया जा सके कि इंसानों द्वारा चलाई जा रही कारों से भी सुरक्षित साबित हो. उन्होंने बताया कि टेस्ट फेज में कार के साथ कोई हादसे नहीं हुए. फिलहाल यह कार चालीस किलोमीटर प्रति घंटा तक की रफ्तार से ही चलती है. इन रोबोटिक कारों पर 2009 से काम चल रहा है और माना जा रहा है कि 2017 से 2020 के बीच इन्हें सड़कों पर देखा जा सकेगा.
आईबी/एएम(एपी)