कांगो में टैंकर दुर्घटना, 204 मरे
३ जुलाई २०१०दुर्घटना के बाद टैंकर में धमाका हो गया. सांगे गांव क्षेत्रीय राजधानी वुकावू से लगभग 100 किलोमीटर दूर है. जिस समय दुर्घटना हुई, उस समय बहुत से लोग टेलिविज़न में घाना और उरुग्वे का वर्ल्ड कप मैच देख रहे थे. धमाके से बहुत सारे घरों में आग लग गई. कांगो के रेड क्रॉस के प्रवक्ता ने कहा है कि लोग समय रहते घर से नहीं निकल पाए. गांव के लगभग 100 निवासी बच गए हैं लेकिन वे बुरी तरह जल गए हैं.
आरंभिक जांच के अनुसार दुर्घटना में मरने वाले लोगों की संख्या इतनी ज़्यादा इसलिए है कि धमाके से पहले बहुत से लोग दुर्घटनाग्रस्त टैंकर से तेल निकालने की कोशिश कर रहे थे. वे टैंकर में धमाके से निकली आग की चपेट में आ गए. संयुक्त राष्ट्र ने पहले कहा था कि मरने वालों में पांच शांति सैनिक भी हैं जो लोगों को टैंकर के पास से हटाने का प्रयास कर रहे थे. लेकिन आरंभिक ख़बरों का खंडन करते हुए संयुक्त राष्ट्र मिशन के जनसंपर्क प्रमुख ओलामिद अदेदेजी ने बाद में कहा, "कोई यूएन नीली टोपी वाला नहीं मरा है."
रेड क्रॉस की एक प्रवक्ता ने दुर्घटना में मरने वालों की संख्या 204 बताई है और कहा है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है. बचावकर्मी अभी भी मौके पर हैं. संयुक्त राष्ट्र मिशन के एक प्रवक्ता ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र शांति टुकड़ी ने दुर्घटना की जांच शुरू कर दी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/महेश झा
संपादन: एम गोपालकृष्णन