कसाब मदद मांगे तो विचार करेंगे: मलिक
४ मई २०१०पाकिस्तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने पत्रकारों को बताया कि जब सरकार को भारतीय अदालत के फ़ैसले की पूरी जानकारी मिल जाएगी तभी उस पर प्रतिक्रिया देना संभव हो पाएगा. कसाब को पाकिस्तान की ओर से मदद दिए जाने पर रहमान मलिक ने कहा कि क़ानून के दायरे में जो कुछ भी संभव होगा उसे करने की कोशिश की जाएगी.
"अगर कोई मदद के लिए अनुरोध करता है तो हम उस पर विचार करेंगे. अगर वह हमसे मदद नहीं मांगता तो हम उस पर विचार नहीं करेंगे. मदद उन्हीं को दी जाती है जो उसे मांगते हैं." मुंबई हमलों के मामले में पाकिस्तान में भी सात संदिग्ध आतंकवादियों के ख़िलाफ़ मुक़दमा चल रहा है.
लश्कर ए तैयबा के कमांडर ज़की उर रहमान लखवी समेत सात लोगों को पाकिस्तान पुलिस ने गिरफ़्तार किया था. रहमान मलिक का कहना है कि इन लोगों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर कसाब के बयान के आधार पर ही दर्ज की गई थी. "पाकिस्तान की अदालत चाहेगी कि जिस व्यक्ति ने कसाब के बयान को दर्ज किया है, वह पाकिस्तान आए और ग़वाही दे." पाकिस्तान सरकार मुक़दमे के सिलसिले में कसाब से पूछताछ की भी मांग कर चुकी है.
मुंबई हमलों के दौरान पकड़ा गया आतंकी अजमल कसाब पाकिस्तान के फ़रीदकोट गांव का रहने वाला है. कसाब पर फ़ैसला फ़रीदकोट में चर्चा का विषय बना रहा. कुछ गांव वालों ने भारत पर आरोप लगाया है कि यह सब पाकिस्तान के ख़िलाफ़ हो रहा है. अजमल एक बच्चा है और वह इस तरह की घटना को अंजाम नहीं दे सकता. कुछ लोगों की मांग है कि कसाब को पाकिस्तान के हवाले कर देना चाहिए.
कुछ लोग मानते हैं कि कसाब जैस युवाओं को जेहादी संगठन अपनी ओर खींच रहे हैं और उनका ब्रेनवॉश कर रहे हैं. लेकिन कुछ आतंकवादी हमले को सही ठहराते हुए कहते हैं, "कसाब पर इल्ज़ाम न लगाएं. अगर उसने भारत जैसे काफ़िर देश के ख़िलाफ़ यह किया है तो इसमें कुछ ग़लत नहीं है." उनके मुताबिक़ भारत भी पाकिस्तान में बम हमले करवा रहा है और उसका पाकिस्तान के साथ जल विवाद भी है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: ओ सिंह