कश्मीर में सीमा पार से व्यापार पर रोक
१९ अप्रैल २०१९गुरुवार को भारत सरकार ने कहा कि उसके पास ऐसी रिपोर्ट आई है कि सीमा पार के व्यापारिक रास्ते का "पाकिस्तान में मौजूद तत्व अवैध हथियार, नशीली दवाओं और नकली मुद्रा भेजने के लिए कर रहे हैं." सरकार की तरफ से यह भी कहा गया है कि नियंत्रण रेखा के पार कारोबार करने वाले कई लोग उग्रवादी संगठनों से जुड़े हैं. गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया है कि जब तक सख्त से निरीक्षण के इंतजाम नहीं हो जाते यह रोक लागू रहेगी.
सीमा पार से कारोबार अदला बदली के आधार पर होता है. इसमें पैसों को लेनदेन नहीं होता है. भारत के व्यापारी मिर्ची, जीरा, आम, अनार, इलाइची, केला, अंगूर और बादाम भेजते हैं. दूसरी तरफ से चटाई, दरियां, कपड़े, संतरा, आम और जड़ी बूटियां आती हैं. यह व्यापार 2008 में भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को सुधारने की दिशा में बढ़ाए गए कदमों के तहत शुरू किया गया था. भारत के अखबार इंडियन एक्सप्रेस ने दावा किया है कि सरकार के आदेश के बाद सामान से लदे 35 ट्रकों को भारत की तरफ से सीमा पार करने से रोक दिया गया है. इससे पहले 2015 में भी इस व्यापार को रोका गया था. तब भारत ने पाकिस्तान के एक ड्राइवर पर नशीली दवाओं की तस्करी करने का आरोप लगाया था.
इस साल फरवरी महीने में कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में 40 अर्द्धसैनिक बलों की मौत के बाद से ही भारत पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है. इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित संगठन जैश ए मुहम्मद ने ली थी. पाकिस्तान इस हमले के पीछे किसी तरह की भूमिका से इनकार करता है. फरवरी में पुलवामा हमले के बाद भारत ने पाकिस्तना को मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया था. भारत सरकार का मानना है कि इस दर्जे को वापस लेने के बाद ज्यादा सामान पाकिस्तान से भारत में कश्मीर के रास्ते आ सकता है ताकि टैक्स की ऊंची दर से बचा जा सके. सरकार ने कहा है, "यही वजह है कि भारत सरकार ने नियंत्रण रेखा पर सलामाबाद और चक्कन दा बाग के जरिए होने वाले व्यापार को तत्काल प्रभाव से रोकने का फैसला किया है."
एनआर/ओएसजे (एएफपी, रॉयटर्स)