कश्मीर में आतंकी हमले में छह की मौत
२० मार्च २०१५पैरामिलिट्री फोर्स के कम से कम सात अधिकारी, दो पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक भी जम्मू के कठुआ शहर के बाहरी इलाके में हुई इस मुटभेड़ में घायल हुए हैं. पुलिस ने बताया कि भारतीय सेना ने पुलिस स्टेशन में फंसे हुए कम से कम दो दर्जन पैरामिलिट्री और पुलिस के अधिकारियों को सुरक्षित बचाने में कामयाबी पाई.
भारतीय सेना और पैरामिलिट्री के जवानों ने सीमा के पास पाकिस्तान के नियंत्रण वाले हिमालयी इलाके में घेराबंदी कर दी है. जम्मू को भारत के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाले पास के मुख्य हाईवे की सेवा को भी स्थगित कर दिया गया है. इंस्पेक्टर-जनरल दानिश राणा ने बताया कि हमलावरों ने एक कार अगवा की और इसे पुलिस स्टेशन के भीतर तक ले आए. इसके बाद उन्होंने आम लोगों को अंदर आने के लिए मजबूर किया और इमारत में प्रवेश करते हुए एक पुलिस संतरी और एक नागरिक को गोली मार दी. राणा ने कहा, "इस बात की काफी संभावना है कि इस उग्रवादियों ने बीती रात पाकिस्तान की ओर से प्रवेश किया."
भारत काफी पहले से पाकिस्तान पर उग्रवादियों को हथियार, ट्रेनिंग और साजो सामान की मदद देने का आरोप लगाता आया है, जिसका पाकिस्तान हमेशा से खंडन करता रहा है.
पुलिस महानिदेशक के. राजेन्द्र ने बताया कि जिन आतंकियों ने शुक्रवार के हमले को अंजाम दिया है वे युद्ध वाली यूनिफॉर्म पहले थे, लेकिन यह साफ नहीं था कि वह किस देश की सेना की थी. अब तक किसी ने भी हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा है कि इन हमलों से एक बार फिर साफ होता है कि कश्मीर राज्य में लागू आर्मड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट को जारी रखने की कितनी जरूरत है. इस एक्ट के अंतर्गत भारतीय सेना और पैरामिलिट्री दल को किसी संदिग्ध व्यक्ति पर गोली चलाने, शक की बिनाह पर बिना वॉरंट गिरफ्तार करने के अलावा जांच करने और कब्जे में लेने जैसे तमाम खास अधिकार दिए गए हैं. कई विशेषज्ञों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की शिकायत है कि इस विशेष अधिकार की आड़ में निर्दोष लोगों को दंडित किया गया है.
पिछले ही महीने राज्य में बीजेपी और पीडीपी के गठबंधन वाली सरकार बनी है. इन दोनों दलों के बीच कई महत्वपूर्ण मामलो पर भारी मतभेद हैं, जिनमें से एक यह कानून भी है. 1 मार्च को जम्मू कश्मीर में नई सरकार के गठन के बाद हुआ यह पहला बड़ा आतंकी हमला है.
आरआर/एमजे (एपी, पीटीआई)