ऑस्ट्रेलिया भारत से बस 185 रन आगे
१२ अक्टूबर २०१०मैच के चौथे दिन सचिन तेंदुलकर के विशाल दोहरे शतक की मदद से भारत ने पहली पारी में ऑस्ट्रेलिया पर 17 रन की बढ़त हासिल की. भारतीय पारी 495 रन पर समाप्त हुई. इसके बाद बेहद धीमे हो चुके विकेट पर ऑस्ट्रेलियाई ओपनर बल्लेबाजी के लिए उतरे. शेन वॉटसन और साइमन कैटिच ने फूंक फूंककर गेंद को छुआ. 17वें ओवर तक दोनों ने 58 रन जोड़े थे.
दोनों भारतीय तेज गेंदबाजों को झेल चुके थे. अब बारी स्पिनरों का सामना करने की थी. प्रज्ञान ओझा की फिरकी वॉटसन के लिए मारक साबित हुई. टप्पा खाते ही गेंद सीधे आईपीएल स्टार के पैड्स में टकराई और जोरदार अपील पर अंपायर ने अंगुली खड़ी कर दी. वॉटसन 31 रन बना सके.
वॉटसन के जोड़ीदार कैटिच का विकेट भज्जी के हाथ लगा. 18वें ओवर में भज्जी की फ्लाइटेड डिलीवरी उनके बल्ले को छूते हुए धोनी के दस्तानों में समा गई. कैटिच 24 रन बनाकर लौटे.
झटकों की हैट्रिक ऑस्ट्रेलियाई उपकप्तान माइकल क्लार्क का विकेट गिरने के साथ पूरी हुई. भारत दौरे में अक्सर संघर्ष करने वाले क्लार्क सिर्फ तीन रन बना सके. ओझा की फ्लाइटेड डिलीवरी पर वह इतने आगे बढ़े कि क्रीज पर लौटने में देर हो गई. कप्तान धोनी ने उनकी गिल्लियां बिखेर दीं.
उनके बाद हसी आए और कुछ देर टिके. लेकिन 20 रन से ज्यादा भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें नहीं बनाने दिए. प्रज्ञान ओझा ने उन्हें चलता किया. एमजे नॉर्थ तो 3 ही रन बना पाए. अब दिन ढलने लगा था लेकिन भारतीय गेंदबाजों के लिए खेल खत्म हुआ टिम पेन के विकेट के साथ. टिम पेन कुछ देर तक संघर्ष करते रहे. उन्होंने 23 रन भी बनाए. लेकिन आखिर में श्रीशांत के हाथों उनकी पारी भी तमाम हो गई.
इस तरह दिन का खेल खत्म होने के वक्त मिचेल जॉनसन और हॉरित्ज क्रीमज पर खड़े थे. अब ऑस्ट्रेलिया के पास पुछल्ले ही बचे हैं और उसका स्कोर है 7 विकेट पर 202 रन. वह भारत से 185 रन आगे है. यानी भारत के पास पूरा मौका है कि इस सीरीज का समापन 2-0 के साथ हो.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ओ सिंह
संपादन: उज्ज्वल भट्टाचार्य