ऐसा करेंगे भारत और अमेरिका
भारत और अमेरिका के बीच कई बड़े समझौते हुए हैं. एक नजर इन समझौतों पर.
लाइसेंस फ्री तकनीक
रक्षा संबंधों को नई ऊंचाई देते हुए अमेरिका भारत को कई तकनीकों तक लाइसेंस मुक्त पहुंच देगा. भारत और अमेरिका साझा उपक्रमों के जरिए रक्षा तकनीक का विकास करेंगे. दोनों देश समुद्र, हवा और हथियार सिस्टम का साझा विकास करेंगे.
अंतरिक्ष में सहयोग
अमेरिकी अतंरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो भी मिलकर काम करेंगे. मंगल अभियान, स्पेस एजुकेशन और अंतरिक्ष में मानव को भेजने के मिशन के अलावा धरती के सैटेलाइट डाटा को भी साझा करने पर भी समझौता हुआ है.
स्वच्छ ऊर्जा
दोनों देशों के बीच जलवायु परिवर्तन को रोकने और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत सहयोग करने के समझौते हुए हैं. अमेरिका सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में निवेश भी करेगा. अमेरिका जल्द ही भारत में छह परमाणु बिजलीघर बनाने का काम शुरू करेगा.
पाकिस्तान पर भी नजर
पेरिस से पठानकोट और ब्रसेल्स से काबुल तक हुए आतंकवादी हमलों की निंदा करते हुए भारत और अमेरिका ने आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का एलान किया. अल कायदा, आईएस, जैश ए मोहम्मद, लश्कर ए तैयबा और डी कंपनी व उसके सहयोगियों तथा यूएन की सूची में आने वाले आतंकी संगठनों के खिलाफ दोनों देश मिलकर काम करेंगे.
ग्लोबल एंट्री प्रोग्राम
साझा कारोबार को बढ़ाने के लिए अमेरिका ने ग्लोबल एंट्री प्रोग्राम में भारत की सदस्यता का समर्थन किया है. इसके तहत दोनों देशों के नागरिकों को वीजा पाने में आसानी भी होगी.
स्वास्थ्य और विज्ञान
बेकाबू हो चुके टीबी के वायरस, एंटी बायोटिक से ज्यादातर ताकवर विषाणु, स्वच्छ पर्यावरण, समुद्र विज्ञान और समुद्रों के टिकाऊ विकास भी सहयोग बढ़ाया जाएगा.
वैश्विक नेतृत्व
अमेरिका ने भारत की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता और न्यूक्लियर सप्लायर्स ग्रुप की सदस्यता का समर्थन किया है. एशिया के बाहर अफ्रीका में भी अमेरिका और भारत विकास संबंधी सहयोग करेंगे.
पीपल टु पीपल कॉन्टैक्ट
भारत सिएटल में नया उच्यायोग खोलेगा. अमेरिका भी भारत में नया उच्चायोग खोलेगा. दोनों देश पर्यावरण वैज्ञानिकों के लिए फुलब्राइट-कलाम फेलोशिप भी शुरू करेंगे. भारत 2017 में अमेरिका का ट्रैवल एंड टूरिज्म पार्टनर देश होगा.
वन्य जीव संरक्षण
भारत और अमेरिका साथ मिलकर वन्य जीव संरक्षण पर काम करेंगे. दोनों देशों ने संरक्षण और तस्करी पर नकेल कसने के लिए एमओयू पर दस्तखत किये हैं.