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ए राजा ने इस्तीफा दिया

१४ नवम्बर २०१०

विपक्षी हमलों से चौतरफा घिरे संचार मंत्री ए राजा ने इस्तीफा दे दिया है. उन्हें 2 जी स्पैक्ट्रम आवंटन घोटाले में पद छोड़ना पड़ा है. राजा ने अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सौंप दिया है.

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संसद सत्र से पहले इस्तीफातस्वीर: AP

राजा ने पीटीआई को बताया, “सरकार को शर्मिंदगी से बचाने के लिए और संसद में शांति और सौहार्द्र बनाए रखने के लिए मेरे नेता (डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि) ने इस्तीफा देने की सलाह दी है.”

इससे पहले 57 वर्षीय राजा ने चेन्नई में 24 घंटों के भीतर दो बार करुणानिधि से मुलाकात की. इसके बाद वह दिल्ली पहुंचे और सीधे प्रधानमंत्री के आवास 7 रेसकोर्स रोड गए और अपना इस्तीफा सौंप दिया. संचार मंत्री ए राजा अब तक मामला अदालत में विचाराधीन होने का हवाला देते हुए इस्तीफा देने से इनकार करते रहे हैं.

समझा जाता है कि राजा ने करुणानिधि के साथ 30 मिनट की मुलाकात में कथित घोटाले में सीएजी की रिपोर्ट के संभावित प्रभावों पर चर्चा की. इसी घोटाले के आधार पर विपक्ष राजा के इस्तीफे की मांग कर रहा था. जब राजा से पूछा गया कि उन्हें 24 घंटों के भीतर दो बार क्यों करुणानिधि से मुलाकात करनी पड़ी तो उन्होंने कहा, “यह बहुत सामान्य बात है. मैं उनसे दिन में दो बार मिलता हूं (जब चेन्नई में होता हूं.)”

रिपोर्टः वी कुमार/एजेंसियां

संपादनः एन रंजन

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