एक साल में कहां कितने लोग फांसी पर लटकाए गए
मौत की सजा के खिलाफ दुनिया भर में उठ रही आवाजों का असर हो रहा है. फिर भी कुछ देश अपने यहां इसे खत्म ना करने पर अड़े हैं.
कितने देशों में
एमनेस्टी इंटरनेशनल की रिपोर्ट कहती है कि 2017 तक 142 देशों ने अपने यहां मौत की सजा को खत्म कर दिया था. 106 देशों में तो किसी भी अपराध के लिए मौत की सजा नहीं होती. लेकिन 23 देशों में यह सजा अब भी है.
गिरावट
2017 में कुल 993 लोगों की सजा ए मौत पर अमल हुआ. 2016 के मुकाबले यह चार फीसदी कम है जबकि 2015 की तुलना में यह 39 फीसदी कम है जब साल भर में 1,634 लोगों को मौत मिली.
चीन
रिपोर्ट के मुताबिक 993 के आंकड़े में चीन के वे "हजारों लोग" शामिल नहीं हैं, जिन्हें वहां एक साल में मौत की सजा दी जाती है. ये काम वहां बहुत ही गोपनीयता से होता है जिसके आंकड़े कभी सामने नहीं आते.
अमेरिका
अमेरिका पश्चिमी दुनिया का अकेला ऐसा देश है जहां मौत की सजा दी जाती है. अमेरिकी जेलों में लगभग 2,700 लोग मौजूद हैं जिन्हें मृत्युदंड मिला हुआ है. 2017 में अमेरिका में 23 लोगों को मृत्युदंड दिया गया.
टॉप 10
इस मामले में सऊदी अरब, इराक, ईरान और पाकिस्तान भी टॉप 10 में हैं. 2017 में कुल 84 प्रतिशत लोग सऊदी अरब, इराक और पाकिस्तान में ही फांसी पर चढ़ाए गए. वहीं ईरान में 30 लोगों को सरेआम फांसी दी गई.
यूरोप और मध्य एशिया
यूरोप और मध्य एशिया में सिर्फ बेलारूस में 2017 में एक व्यक्ति को मृत्युदंड दिया गया. वहीं रूस, कजाखस्तान और ताजिकिस्तान में इस दौरान किसी को फांसी पर नहीं चढ़ाया गया.
खत्म की सजा
2017 में जिन देशों ने अपने यहां सभी तरह के अपराधों में मौत की सजा को खत्म किया उनमें गिनी और मंगोलिया का नाम शामिल है. गुआटेमाला ने फौजदारी अपराधों में इस पर रोक लगाई.
दो बनाम पांच
सब सहारा अफ्रीका में सिर्फ सोमालिया और सूडान ही ऐसे देश रहे जिन्होंने 2017 में मृत्युदंड की सजाओं पर अमल किया गया. 2016 में इस क्षेत्र में ऐसे देशों की संख्या पांच थी.
अफ्रीका आगे बढ़ा
बुरकीना फासो, चाड, केन्या और गांबिया जैसे अन्य अफ्रीकी देशों में इस मामले में प्रगति हो रही है. वहां ऐसे कानून बनाए जा रहे हैं ताकि मौत की सजा पर प्रतिबंध लगाया जा सके.
पाकिस्तान
पाकिस्तान में 2017 में 65 लोगों को फांसी पर चढ़ाया गया. इससे पहले 2014 में सात, 2015 में 326 और 2016 में 87 को मौत की दी गई. इनमें ज्यादातर लोगों को सैन्य अदालतों ने सजा सुनाई.
भारत
भारत में आखिरी बार 2015 में 1993 मुंबई बम धमाके के दोषी याकूब मेनन को फांसी पर चढाया गया था. इससे पहले 2013 में अफजल गुरु और 2012 में अजमल कसाब को फांसी दी गई.
नेपाल
दक्षिण एशिया में नेपाल अकेला ऐसा देश है जहां मौत की सजा पर रोक है. नेपाल में आखिरी बार 1979 में मौत की सजा पर अमल किया गया था जबकि 1997 में इसे खत्म कर दिया गया.