एक रुपये की चोरी पर गई नौकरी
४ सितम्बर २०१०बात मई 2009 की है. एक जर्मन कंपनी में नेटवर्क एडमिनिस्ट्रेटर बील ने बिजली से चलने वाले अपनी बाइक को ऑफिस में चार्ज करने के लिए लगा दिया. लगभग एक घंटे तक उनकी बाइक चार्ज होती रही. उनके बॉस को यह बात पता चल गई. बॉस ने बील से कहा कि अपनी बाइक को ऑफिस में चार्ज न करें. बील ने बात मान ली और उसका प्लग हटा लिया. बात आई गई हो गई. लेकिन 12 दिन बाद बील को पता चला कि उनकी छुट्टी कर दी गई है.
मामला अदालत में पहुंचा, तो जज ने कहा कि कंपनी ने 19 साल से नौकरी कर रहे कर्मचारी को तुरतफुरत हटाकर अच्छा नहीं किया है. वह भी इतनी छोटी सी बात के लिए. जितनी बिजली से बील की बाइक चार्ज हुई, उसकी कीमत 1.8 सेंट बैठती है.
अदालत ने कहा कि बील को नौकरी तब गंवानी पड़ी है, जब दूसरे कर्मचारी अपने मोबाइल फोन और डिजिटल कैमरा ऑफिस में ही चार्ज करते हैं. इस पर न तो कंपनी ने कभी आपत्ति की और न ही किसी को इसका दंड भुगतना पडा है. ऐसे में बील के साथ अच्छा नहीं हुआ. अदालत ने कंपनी की अपील को खारिज करते हुए आदेश दिया कि बील की नौकरी तुरंत बहाल की जाए.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए कुमार
संपादनः वी कुमार