फिर साथ आए राज और सिमरन
२१ अक्टूबर २०१५20 साल पहले जब डीडीएलजे रिलीज हुई तो पूरी नौजवान पीढ़ी को इस फिल्म ने दीवाना बना कर रख दिया. कई लोगों ने तो बीस बीस बार इस फिल्म को देखा और कहते हैं कि हर बार उन्हें राज और सिमरन के प्यार से प्यार हो गया. मुंबई के मराठा मंदिर में यह फिल्म 1009 हफ्तों तक चली. 19 अक्टूबर 1995 से 19 फरवरी 2015 तक डीडीएलजे के शो देखे गए.
लेकिन हाल के सालों में लोगों की फिल्मों को ले कर जानकारी बढ़ी है. अब जब लोग इस फिल्म को देखते हैं, तो निर्देशन, पटकथा और एडिटिंग में गलतियां निकालते हैं.
फिल्म का सबसे ज्यादा मजाक इस बात पर बना कि आखिरी सीन में सिमरन ट्रेन में पिछले दरवाजे से ही क्यों नहीं चढ़ जाती और राज का हाथ थामने के लिए भागती क्यों रहती है. बीस साल बाद शाहरुख ने दर्शकों से कहा कि वे जानते हैं कि निर्देशक से गलती हुई लेकिन क्यों हुई, इसका उनके पास कोई जवाब नहीं है.
डीडीएलजे का जितना भी मजाक बने लेकिन इसमें कोई दोराय नहीं कि इस फिल्म ने बॉलीवुड में इतिहास रचा. एक ही दिन में इस छोटे से वीडियो को 10 लाख बार देखा जाना भी दिखाता है कि आज भी लोगों को राज और सिमरन के प्यार से कितना प्यार है.
ईशा भाटिया (यूट्यूब)