ऊहापोह में फंसे हैं पूर्व कप्तान यूनुस ख़ान
१३ अप्रैल २०१०यूनुस ख़ान ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को एक नोटिस भेज कर उन पर पाबंदी लगाए जाने की वजहों को स्पष्ट करने के लिए कहा लेकिन बोर्ड ने उन्हें औपचारिक रूप से अपील करने की सलाह दी. अपने वकील अहमद क़य्यूम से बात करने के बाद यूनुस फ़ैसला करने वाले हैं कि वह कोर्ट में याचिका दायर करें या फिर अनिश्चितकालीन पाबंदी के ख़िलाफ़ पीसीबी में अपील दायर करें.
यूनुस के वकील क़य्यूम ने बताया, "यूनुस ने सभी दस्तावेज़ों पर हस्ताक्षर कर दिए हैं और उनका केस काफ़ी मज़बूत है. लेकिन हमें मामले को कई नज़रियों से देखना होगा. इसीलिए हम सोच विचार कर केस करने या फिर अपील दायर करने में से एक विकल्प चुनने का फ़ैसला लेना चाहते है."
न्यूज़ीलैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कथित अनुशासनहीनता के चलते पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान यूनुस ख़ान और मोहम्मद यूसुफ़ पर अनिश्चितकाल के लिए पाबंदी लगा दी गई थी. जांच समिति की सिफ़ारिशों को मानते हुए बोर्ड ने शोएब मलिक, राणा नावेद पर भी एक साल का प्रतिबंध लगाया और शाहिद अफ़रीदी, कामरान अकमल और उमर अकमल पर जुर्माना किया.
अभी तक राणा नावेद और कामरान और उमर अकमल ने ही पीसीबी के फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील की है. क़य्यूम का कहना है कि बोर्ड के मुताबिक़ जांच समिति के सामने पेश होने वाले अधिकारियों और खिलाड़ियों के बयानों को वीडियोटेप किया गया है. क़य्यूम मानते हैं कि जिस आधार पर बोर्ड ने फ़ैसला लिया उसे वह नहीं समझ पाए हैं क्योंकि यूनुस के ख़िलाफ़ सबूतों को नहीं बताया गया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एम गोपालकृष्णन