उल्लास और कीचड़ से भरी रेस
कीचड़ और बाधाओं से भरा 10 किलोमीटर लंबा ट्रैक. उस पर गिरते, लुढ़कते 6,000 लोग, इस्राएल में हर साल ऐसी मड रेस होती है. देखिए इस रेस की कुछ छलकियां.
54 बाधाएं
मड रेस के ट्रैक को तीन हिस्सों में बांटा जाता है. हर सेक्शन में 18 बाधाएं होती हैं. कहीं तीखी ढलान होती हैं तो कहीं कमर तक मटमैला पानी. आयोजकों की कोशिश रेस को मुश्किल से मुश्किल बनाने की होती है.
कोई हर्ज नहीं
एक जगह बैरियर के रूप में टायर लगे थे. कुछ लोग कूद कर इन्हें पार कर रहे थे तो कुछ नीचे से घुस कर. पानी में भीगने या फंसने के बावजूद प्रतिभागी मुस्कुरा रहे थे.
टीम बनाओ
बहुत सारे प्रतिभागी शुरू में अकेले भागते हैं, लेकिन जल्द ही उन्हें अंदाजा हो जाता है कि एक दूसरे की मदद किए बिना इस रेस को खत्म करना मुश्किल है. बीच रास्ते में टीमें बनने लगती हैं.
जूते में कीचड़
जिसके जूते जितनी देर सूखे रहेंगे या उनमें जितना कम कीचड़ घुसेगा, उसके आगे बढ़ने की संभावना उतनी ज्यादा होगा. भारी और फिसलन भरे जूते बार बार साफ करने पड़ते हैं.
नजर आती मंजिल
रेस के आखिरी चरण में पहुंचे इस प्रतिभागी को मंजिल नजर आने लगी है. इसका जोश उसके चेहरे पर भी झलक रहा है. लेकिन अभी उसे आखिरी तालाब पार करना है.
विजेता
10 किलोमीटर की मड रेस जीतने की खुशी का इजहार करता ये विजेता. कुल्हाड़ी की मदद से वह चढ़ाई और फिसलन से पार पा सका.