उत्तर कोरिया में बाढ़, छह लाख लोग प्रभावित
३ अक्टूबर २०१६उत्तर कोरिया में अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस संघ और रेड क्रिसेंट सोसाइटीज (आईएफआरसी) प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख क्रिस स्टेंस ने कहा है, "इस संकट की मार कई तरह से पड़ी है, वो भी शायद इस सबसे बुरे वक्त में." आईएफआरसी उत्तर कोरिया की रेड क्रॉस सोसाइटी के साथ मिल कर काम कर रहा है ताकि बाढ़ के कारण से सबसे ज्यादा प्रभावित पूर्वोत्तर के समुदायों तक मदद पहुंचाई जा सके. बाढ़ का कारण अगस्त महीने में हुई भारी बारिश है.
स्टेंस ने कहा कि इससे पहले कि उत्तर कोरिया में मौसम की पहली बर्फबारी हो, वहां मदद पहुंचाना बहुत जरूरी है. वहां पहली बर्फबारी अक्टूबर के आखिर तक संभावित है, जब तापमान शून्य से नीचे चला जाता है. उत्तर कोरिया में तापमान माइनस 30 डिग्री तक पहुंच सकता है. स्टेंस ने कहा, "ये बेहद खराब हालात हैं और इसीलिए शिविर, स्वास्थ्य सेवा, खाद्य सामग्री और स्वच्छ पानी के लिहाज तत्काल मदद पहुंचानी होगी."
आईएफआरसी ने 1.5 करोड़ डॉलर की मदद की अपील की है ताकि अगले 12 महीनों के दौरान तीन लाख लोगों तक जरूरी सामग्री पहुंचाई जा सके. आईएफआरसी ने एक वीडियो भी जारी किया है जो पिछले महीने उत्तरी हामयोंग प्रांत में लिया गया था. इस वीडियो में ध्वस्त इमारतों के अलावा अस्थायी शिविरों में रह रहे लोगों को दिखाया गया है.
मानवीय सहायता के लिए संयुक्त राष्ट्र के कार्यालय ने 12 सितंबर को कहा कि सरकारी आंकड़ों के अनुसार 133 लोग मारे गए हैं जबकि 395 लापता हैं. प्राकृतिक आपदा की ये खबरें ऐसे समय में आ रही हैं जब पिछले महीने ही अपने पांचवें परमाणु परीक्षण के बाद उत्तर कोरिया और अलग-थलग पड़ा है. विशेषज्ञों का कहना है कि ईंधन और खेती के लिए जंगलों की अत्यधिक कटाई के कारण उत्तर कोरिया में बाढ़ जैसी आपदाओं का खतरा बढ़ता ही जा रहा है.
रिपोर्ट: एके/वीके (रॉयटर्स)