उत्तर कोरियाई कंपनियों की चीन से होगी विदाई
२९ सितम्बर २०१७संयुक्त राष्ट्र ने उत्तर कोरिया के छठे परमाणु परीक्षण के बाद उस पर प्रतिबंध और भी कड़े कर दिये, जिसके बाद चीन ने उत्तर कोरियाई कंपनियों को देश से बाहर जाने का आदेश दिया है. देश के वाणिज्य विभाग ने कहा है, "कंपनियों को जनवरी तक अपना परिचालन बंद करना होगा लेकिन चीनी साझेदारी में शामिल, गैर-वाणिज्यिक गतिविधियों में सक्रिय और सार्वजिनक उपयोगिताओं वाली गैर लाभकारी कंपनियो को इसमें कुछ छूट मिल सकती है."
अब तक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तर कोरिया के साथ खड़ा रहने वाला चीन छठे परमाणु परीक्षण के बाद सख्त रूख अपनाता दिख रहा है. चीन ने पुष्टि करते हुए कहा है कि वह भविष्य में भी उत्तर कोरिया पर नये प्रतिबंध लागू करेगा. इसके तहत चीन 1 अक्टूबर से उत्तर कोरिया को किये जाने वाला रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात और कपड़ा व्यापार को सीमित करेगा. चीन का यह निर्णय उत्तर कोरियाई अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है क्योंकि देश का 90 फीसदी व्यापार चीन के साथ है और दोनों देश बेहद ही करीबी साझेदार हैं.
संतुलन की कोशिश
चीन की ओर से प्योंगयांग पर एक दवाब जरूर बनाया जा रहा है लेकिन साथ ही वह ऐसी किसी भी स्थिति से बचने का पक्षधर है जो उत्तर कोरियाई शासक किम जोंग उन के शासन की स्थिरता पर खतरा पैदा करता है. चीन कहता आया है कि उत्तर कोरिया के साथ मिसाइल और परमाणु हथियार कार्यक्रम जैसे मसले सिर्फ बातचीत से ही सुलझाये जा सकते हैं. चीन के विदेश मंत्री ल्यू केंग ने कहा, "हम कोरियाई प्रायद्वीप में किसी भी युद्ध के खिलाफ हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय किसी भी सूरत में युद्ध का पक्ष नहीं लेगा." इसके पहले अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से उत्तर कोरिया को युद्ध की धमकी दी गई थी. उत्तर कोरिया पर चीन की ओर से लगाये गये ये प्रतिबंध बताते हैं कि चीन के लिए भी अपने इस सहयोगी पर नियंत्रण कायम करना मुश्किल साबित हो रहा था. इसके इतर अमेरिका भी लगातार चीन पर उत्तर कोरिया के खिलाफ सख्ती अपनाने का दबाव बना रहा था. वहीं चीन भी अमेरिका को तनाव बढ़ाने के लिए जिम्मेदार बताता रहा है.
एए/एनआर (एएफपी, डीपीए)