इस स्कूल में सबसे छोटा बच्चा है 60 साल का
१३ अप्रैल २०१६आजीबाईची शाला, यह नाम है मुंबई से करीब 125 किलोमीटर दूर स्थित एक छोटे से गांव में खोले गए स्कूल का. नाम का मतलब है दादी मां का स्कूल. यहां पढ़ने वाली सभी महिलाओं की उम्र 60 से 90 वर्ष के बीच है.
आम तौर पर घर के बड़े, बच्चों को छोड़ने स्कूल जाते हैं लेकिन यहां उल्टा होता है. कभी बेटा बहू, तो कभी पोता पोती इन्हें स्कूल तक ले कर आते हैं. स्कूल शुरु भी दोपहर में होता है ताकि महिलाएं अपनी दिनचर्या के अनुसार सुबह घर की जिम्मेदारियां पूरी कर सकें और दोपहर के खाली वक्त में पढ़ाई कर सकें. दो बजे से चार बजे के बीच बस्ता उठाए और गुलाबी साड़ी वाली यूनिफार्म पहने, गांव की वृद्ध महिलाएं लिखना पढ़ना सीखती हैं.
वीडियो में एक महिला बताती हैं कि उनके माता पिता ने उनके भाइयों को तो पढ़ाया लेकिन उन्हें कभी स्कूल नहीं भेजा क्योंकि परिवार के पास सभी बच्चों को पढ़ाने के लिए पैसा नहीं था. इसी तरह एक दूसरी महिला बताती हैं कि उन्हें बैंक जाने में बहुत शर्मिंदगी होती है, क्योंकि उन्हें वहां कुछ भी समझ में नहीं आता. अब यहां लिखना पढ़ना सीख कर ये महिलाएं काफी खुश है. अ आ इ ई के अलावा ये यहां मिल कर पूजा पाठ भी कर लेती हैं.