इस्तांबुल में बम धमाका
७ जून २०१६तुर्की के सरकारी टीवी चैनल टीआरटी के मुताबिक रिमोट कंट्रोल के जरिये किये गये धमाके में पुलिस के काफिले को निशाना बनाया गया. पुलिस की दंगारोधी यूनिट को ले जा रही बसें जैसे ही शहर के बीचोंबीच बेयाजित जिले में पहुंचीं, वैसे ही धमाका हुआ. सात पुलिस अधिकारियों समेत 11 लोगों की मौत हुई. इस्तांबुल के गवर्नर वासिप साहिन के मुताबिक 36 लोग घायल हुए हैं. कुछ की हालत नाजुक है.
तस्वीरों से अंदाजा लगाया जा सकता है कि धमाका बेहद शक्तिशाली था. एक बस और आस पास मौजूद कार के परखच्चे उड़ गए. दूसरी बस को भी काफी नुकसान पहुंचा. आस पास की इमारतों और दुकानों के शीशे भी चकनाचूर हो गए. धमाके के पास ही इस्तांबुल यूनिवर्सिटी है, जहां परीक्षाएं हो रही थीं. धमाके के बाद परीक्षाओं को अगले नोटिस तक टाल दिया गया है.
फिलहाल हमले की जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली है. आम तौर पर शांत रहने वाला तुर्की साल भर से हिंसा की चपेट में हैं. एक तरफ इस्लामिक स्टेट है और दूसरी तरफ कुर्दिस्तान वर्कर्स पार्टी या पीकेके के विद्रोही. जुलाई में सरकार के साथ शांति वार्ता भंग होने के बाद से पीकेके विद्रोही तुर्क सेना और पुलिस को निशाना बना रहे हैं. वहीं इस्लामिक स्टेट भी देश में कई बम धमाके कर चुका है.
तुर्की और उत्तरी इराक में कुर्द विद्रोहियों के खिलाफ तुर्की की सैन्य कार्रवाई के बाद से हिंसा में तेजी आई है. एक अनुमान के मुताबिक अब तक 4,900 पीकेके उग्रवादी और 500 तुर्क सुरक्षाकर्मी मारे जा चुके हैं. कुर्द विद्रोहियों का आरोप है कि तुर्की इस्लामिक स्टेट की मदद कर रहा है. अंकारा इन आरोपों से इनकार करता रहा है.