इबोला के इलाज पर बोले बाबा रामदेव
१५ अक्टूबर २०१४'रामदेव मेडिसिन' नाम की इस वेबसाइट पर पतंजली योगपीठ का कोई जिक्र नहीं है, लेकिन इसे 'स्वामी बाबा रामदेव' की वेबसाइट कहा गया है. पहली नजर में इसे देख कर कोई भी चकमा खा सकता है और शायद यही वेबसाइट बनाने वालों का मकसद भी है. वेबसाइट पर हर तरह की बीमारियों की दवाएं बिक रही हैं. साइट पर आने वाले लोग बीमारियों की लंबी सूची में से चुन सकते हैं कि वे कौन सा इलाज चाहते है. अंग्रेजी के ए से जेड तक इस सूची में हर मुमकिन बीमारी का जिक्र है.
लेकिन हैरान कर देने वाला है इबोला का इलाज. वेबसाइट पर इसके रोकथाम और इलाज के बारे में बताया गया है. कुछ आयुर्वेदिक जड़ीबूटियों का जिक्र कर इन्हें औषधि के रूप में लेने को कहा गया है. यहां तक कि दवा का पैकेज बिक रहा है.
यह वेबसाइट सुर्खियों में तब आई जब अखबार 'द हिन्दू' ने इस बारे में छाप दिया. (खबर यहां पढ़ें) रिपोर्ट के अंत में अखबार ने लिखा है कि बाबा रामदेव इस इलाज की पुष्टि के लिए उपलब्ध नहीं थे. खबर के आते ही सोशल मीडिया पर चर्चा होने लगी और लोग "बड़बोले बाबा" पर चुटकी लेने लगे. शायद ट्विटर के ही जरिए रामदेव तक भी यह खबर पहुंची और उन्होंने ट्विटर के ही माध्यम से इसे खारिज भी किया और अपना गुस्सा भी जाहिर किया.
रामदेव की इस सफाई के बाद भी अब चर्चा उनके अन्य दावों पर चल रही है. बाबा रामदेव पहले कैंसर, एड्स और यहां तक कि समलैंगिकता का इलाज करने का दावा कर चुके हैं.
गौरतलब है कि जिस वेबसाइट के कारण यह बवाल खड़ा हुआ उसके फर्जी होने की चर्चा पहले से ही सोशल मीडिया में चल रही थी. फर्जी वेबसाइट बनाने वाले अक्सर गलत शब्दों या गलत व्याकरण का प्रयोग करते हैं या फिर किसी का लोगो चुरा कर उसमें हल्का सा फेरबदल करते हैं ताकि लोगों को चकमा दे कर मुनाफा कमा सकें.