इबोला का इलाज और एहतियात
पश्चिमी अफ्रीका में इबोला का कहर जारी है. इसका कोई पक्का इलाज नहीं है लेकिन एक अमेरिकी दवा कंपनी की दवा कथित तौर पर फायदा पहुंचा रही है. इससे बचने के लिए कुछ एहतियात भी जरूरी हैं.
रोग के लक्षण
सियेरा लियोन में इबोला तेजी से फैल रहा है. वहां की सरकार ने फ्रीटाउन में ऐसे होर्डिंग लगवाए हैं, जिसमें लोगों को रोग के लक्षणों के बारे में बताया गया है. इसमें से कोई भी लक्षण नजर आने के बाद फौरन डॉक्टर के पास जाने की सलाह दी गई है.
क्या है इबोला
सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने इबोला फैलाने वाले वायरस वीरिऑन की यह तस्वीर जारी की है. मानव शरीर का प्रतिरोधी तंत्र इस बीमारी से लड़ने में सक्षम है, बशर्ते शरीर के दूसरे अंग काम करते रहें. लेकिन इस वायरस का असर अंगों को निष्क्रिय कर देता है.
लाइबेरिया में इमरजेंसी
इबोला का सबसे ज्यादा असर अफ्रीकी देश लाइबेरिया पर है, जहां लगभग 1000 लोग इस बीमारी की वजह से मारे गए. अपने एक रिश्तेदार की मौत के बाद यह महिला खुद को संभाल नहीं पा रही है. यहां भी एहतियात को लेकर भारी दिक्कतें हैं.
नीम हकीम से इलाज
सबसे बड़ी मुश्किल लोगों का अंधविश्वास है. लाइबेरिया में बीमारी के लक्षण पता लगने के बाद भी वे डॉक्टरों की जगह इस तरह के नीम हकीमों के पास चले जाते हैं. इससे न सिर्फ इलाज प्रभावित होता है, बल्कि दूसरों को भी बीमारी फैलने का डर रहता है.
कहां कहां इबोला
लाइबेरिया के अलावा सियेरा लियोन, गिनी और नाइजीरिया में इबोला का सबसे ज्यादा प्रभाव है. वहां राहत कार्यों में लगे दूसरे देशों को भी इस बीमारी के संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ रहा है.
संक्रमण से बचाव
इस बीमारी के बाद सबसे पहले मरीज को दूसरे लोगों से अलग करना जरूरी है. इसके लिए भी सुरक्षित पोशाक पहनने जरूरी हैं, ताकि मरीज के संपर्क में आने वाले किसी दूसरे डॉक्टर या बचावकर्मी को इसका इंफेक्शन न लगे.
अलग थलग उपाय
सियेरा लियोन की राजधानी फ्रीटाउन में टेंट लगा कर इबोला के मरीजों का इलाज किया जा रहा है. लेकिन यहां सही तरीके नहीं अपनाए जा रहे हैं. एक ही जगह कई मरीजों का बिस्तर लगा है, जिससे बीमारी और फैलने का खतरा है.
सही इलाज
जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में यूनिवर्सिटी क्लीनिक में इबोला के इलाज का सही इंतजाम है. मरीजों को बिलकुल अलग रखा जाता है और डॉक्टर वहां तीन दरवाजों से गुजर कर पहुंचते हैं. इससे पहले वह बेहद सुरक्षित पोशाक पहनते हैं, ताकि संक्रमण न हो.
बहुत बहुत एहतियात
इबोला से दम तोड़ चुके मरीजों के अंतिम संस्कार की तैयारियों के बाद लाइबेरिया की एक नर्स को डिसइंफेक्ट करने के लिए स्प्रे किया जा रहा है. डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि मौत के बाद इबोला वायरस के फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है.
डब्ल्यूएचओ की चेतावनी
इबोला फैलने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसे आधुनिक दौर की सबसे गंभीर बीमारी का दर्जा दिया है.