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इतिहास में आजः 12 अक्टूबर

आभा मोंढे११ अक्टूबर २०१३

12 अक्टूबर 1928 के दिन पहली बार अमेरिका के बोस्टन में चिल्ड्रन हॉस्पिटल में एक बच्ची के लिए 'आयरन लंग' नाम की मशीन का इस्तेमाल किया गया.

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तस्वीर: picture alliance/IMAGNO/Austrian Archives

आठ साल की बच्ची का श्वसन तंत्र पोलियो या इन्फैंटाइल पैरालिसिस के कारण काम करना बंद कर चुका था. सांस नहीं लेने के कारण वह मरने की हालत में पहुंच गई थी. उस दौरान आयरन लंग रेस्पिरेटर का पहली बार क्लीनिकल प्रयोग किया गया. एक मिनट के अंदर उस बच्ची की जान बची और मशीन मशहूर हो गई.

ड्रिंकर रेस्पिटेर के नाम से मशहूर इस मशीन को फिलिप ड्रिंकर और लुइस अगासिज ने बनाया था. मशीन इलेक्ट्रिक मोटर से चलती थी और उसमें वैक्यूम क्लीनर वाले दो एयर पंप लगे हुए थे. एयर पंप से चौकोन, एयर टाइट मेटल बॉक्स के जरिए हवा फेंफड़ों से निकाली और उसमें डाली जा सकती है. इसे निगेटिव प्रेशर वेंटिलेटर कहा जा सकता है. इसे तब इस्तेमाल किया जाता है, जब किसी बीमारी के कारण सांस नहीं आ सके.