आशिकाना लेक कॉन्सटांस
मौज मस्ती, रोमांस और आराम का बढ़िया ठिकाना, लेक कॉन्सटांस. जर्मनी की ये झील देश के सबसे खूबसूरत इलाकों में से एक है.
गर्मियों का मजा
जर्मनी में छुट्टियां मनाने वाले अधिकतर लोग लेक कॉन्सटांस जाते हैं. गर्मियां हों, भारी सर्दी या फिर पतझड़, सभी मौसमों में यहां पूरा आनंद उठाया जा सकता है. मध्य यूरोप में 536 वर्ग किलोमीटर बड़ी ये झील तीसरी सबसे बड़ी झील है.
गुनगुनी गर्मी
आल्प्स पर्वतों के पास जर्मनी, ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड से लगा हुआ ये इलाका अत्यंत रमणीक है. नाव में झील पर सफर का मजा, नदी किनारे घूमने का मजा और हल्की हल्की धूप.
स्वर्गिक
बवेरिया के मुख्यमंत्री हॉर्स्ट जेहोफर अपने राज्य को स्वर्ग की सीढ़ी कहते हैं. लेक कॉन्सटांस का 273 किलोमीटर लंबा हिस्सा बवेरिया में है. और साथ ही में है तस्वीरों से निकलता शहर लिंडाऊ.
ऊंचाई से
ऊपर से देखने पर लेक कॉन्सटांस कुछ ऐसी दिखाई देती है. कहीं कहीं इसकी चौड़ाई 14 किलोमीटर भी है. और अधिकतम गहराई 254 मीटर. हाल ही में पता चला है कि इस झील में नीचे बहुत बड़े छेद हैं. ये हिमयुग में ग्लेशियर के पिघलने से बने हैं.
आशिकाना मौसम
न ज्यादा ढंड, न ज्यादा गर्मी और खूब रोशनी लेक कॉन्सटांस की खासियत है. हर साल 10 लाख से ज्यादा लोग यहां पहुंचते हैं. माइनाऊ में गुलाबों की 1000 प्रजातियां देखी जा सकती हैं. यहां की स्पैनिश सीढ़ियां भी एक आकर्षण हैं.
पाषाण युग से
इस झील के आस पास 70 ऐसी जगहें हैं जहां पाषाण काल में लोगों ने झोपड़ियां बनाई थी. 23 बांस पर बने घरों वाला म्यूजियम पाषाण युग और कांस्य युग के जीवन को दिखाता है.
मछली पकड़ने के लिए
लेक कॉन्सटांस में 45 तरह की मछलियां पाई जाती हैं. इनमें से सबसे ज्यादा व्हाइटफिश बिकती है. पेर्श मछली भी पसंद की जाती है, लेकिन उनकी तादाद कम हो रही हैं. पानी इतना साफ है कि मछलियों को खाने को ही कुछ नहीं मिलता.
वाइन और सेब
बढ़िया मौसम के कारण यहां अंगूरों और सेब की बढ़िया खेती होती है. कुछ अंगूरों के खेत यहां 400 से 560 मीटर की ऊंचाई पर भी हैं. जर्मनी में हर साल नौ लाख टन सेब होता है और इसमें से हर तीसरा सेब लेक कॉन्सटांस के इलाके से आता है.
रोमांटिक
गुनगुनी धूप हो, छुट्टियां हो और एक झूला.. इससे स्वर्गिक अनुभव और क्या हो सकता है कि झूले पर लेटे लेटे ढलती शाम का आनंद लिया जा सके.