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आईपीएल में पाक खिलाड़ियों पर सस्पेंस जारी

७ दिसम्बर २०१०

जनवरी में होने वाली आईपीएल-4 की बोली में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को शामिल करने के बारे में अभी कोई फैसला नहीं हुआ है. पाकिस्तानी खिलाड़ियों को फिर से आईपीएल से अलग रखने की चर्चा है.

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आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल के एक सदस्य ने पीटीआई को बताया, "कमरे में बैठ कर कोई भी कुछ भी लिख सकता है लेकिन बैठक में अभी ऐसा कोई फैसला नहीं हुआ है." नाम न जाहिर करने की शर्त पर आईपीएल अधिकारी ने इन खबरों के जवाब में यह बात कही है कि लगातार दूसरे साल भी बोली में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की अनदेखी की जा सकती है.

मीडिया रिपोर्टों में क्रिकेट बोर्ड के गुमनाम अधिकारी के हवाले से कहा गया कि 5 दिसंबर को आईपीएल गवर्निंग काउंसिल की बैठक में पाकिस्तानी खिलाड़ियों को बोली की प्रक्रिया से बाहर रखने का फैसला हुआ. खास कर स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में पाकिस्तानी क्रिकेटरों के खिलाफ आईसीसी की जांच को देखते हुए भी यह फैसला लिया गया.

इससे पहले आईपीएल-3 किसी भी फ्रेंचाइजी ने इस साल जनवरी में हुई बोली के दौरान किसी भी पाकिस्तानी खिलाड़ी को लेने में दिलचस्पी नहीं दिखाई. बोली के लिए पाकिस्तान के 11 खिलाड़ी आए, लेकिन उनमें से कोई भी किसी टीम का हिस्सा नहीं बना. इनमें शाहिद अफरीदी, मिस्बाह उल हक, उमर गुल, इमरान नजीर, राना नावेद उल हसन, मोहम्मद आमेर, अब्दुल रज्जाक, कामरान अकमल, उमर अकमल, सईद अजमल और सोहेल तनवीर शामिल थे.

पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने 2008 में पहले आईपीएल में हिस्सा लिया, लेकिन मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के बाद उन्हें 2009 में आईपीएल में खेलने की अनुमति नहीं दी गई.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः ए जमाल

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