आईएस ने ऐसे बर्बाद किया 3000 साल पुराना शहर
इराकी सैनिकों ने प्राचीन शहर निमरूद को इस्लामिक स्टेट के कब्जे से मुक्त करा लिया है. लेकिन यहां मौजूदा विरासत को जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई शायद कभी नहीं हो पाएगी.
तीन हजार साल पुरानी विरासत
तीन हजार साल पुराने शहर निमरूद पर दो साल पहले इस्लामिक स्टेट ने कब्जा किया था और वहां मौजूद इंसानी इतिहास की अमूल्य धरोहरों को खूब नुकसान पहुंचाया.
कभी ये थी राजधानी
निमरूद किसी जमाने में मध्य पूर्व में फैले साम्राज्य की राजधानी हुआ करता था.
आईएस का कब्जा
2014 में जब इस्लामिक स्टेट ने उत्तरी इराक के बड़े हिस्से पर कब्जा किया तो निमरूद भी इसमें शामिल था. चरमपंथियों ने यहां जमकर लूटपाट और तोड़फोड़ की.
बर्बादी का वीडियो
पिछले साल इस्लामिक स्टेट ने एक वीडियो जारी किया था जिसमें चरमपंथियों को निमरूद के भित्ति चित्रों और मूर्तियों को बुलडोजर से तहस नहस करते हुए दिखाया गया था.
बुतपरस्ती
कट्टरपंथी विचारधारा पर चलने वाला इस्लामिक स्टेट इस्लामी दौर से पहले की विरासतों को बुतपरस्ती से जोड़कर देखता है और इसलिए उन्हें ध्वस्त किया जाता है.
युद्ध अपराध
यूनेस्को ने निमरूद में हुई तबाही की निंदा की है और इसे युद्ध अपराध बताया है.
लामासु
निमरूद की मशहूर प्रतिमाओं में पंखों वाले एक सांड भी है जिसका मुंह इंसान का है. इसका नाम लामासु है जो ईसा पूर्व नौंवी सदी के राजा अशुरनसीपाल द्वितीय के महल के मुख्यद्वार पर है.
तिगरिस के किनारे
निमरूद तिगरिस नदी के पूर्वी किनारे पर बसा और मोसुल से 30 किलोमीटर दूर पूर्व में स्थित है.
किसने खोजा निमरूद
निमरूद को 19वीं सदी में ब्रिटिश पुरातत्वविद ऑस्टेन लेयार्ड ने खोजा था. बाद में 1950 के दशक में ब्रिटिश पुरातत्वविद मैक्स मेलोवेन और उनकी पत्नी और अपराध लेखिका अगाथा क्रिस्टी ने भी निमरूद में काम किया था.
उपन्यासों की पृष्ठभूमि
निमरूद और मध्यपूर्व में अगाथा क्रिस्टी का सफर उनके कई उपन्यासों की पृष्ठभूमि बना.