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अमेरिकी उड़ानों में कड़ी जांच

७ जुलाई २०१४

अमेरिका जाने वाले यूरोप और मध्यपूर्व के यात्रियों को और कड़ी सुरक्षा जांच का सामना करना पड़ेगा. फ्लाइट पर जाने वाले यात्रियों को अब लैपटॉप और मोबाइल फोन ऑन करके दिखाना होगा कि वह इसका इस्तेमाल कर रहे हैं.

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Streik Sicherheitspersonal Flughafen Köln/Bonn
तस्वीर: picture-alliance/dpa

हाल के कुछ दिनों में अमरिका को संकेत मिले हैं कि अल कायदा के उग्रवादी लैपटॉप और मोबाइल फोन का इस्तेमाल बम की तरह कर सकते हैं. एक बयान में अमेरिकी यातायात सुरक्षा प्रशासन ने कहा, "सुरक्षा जांच के दौरान अधिकारी यात्रियों से अपने उपकरणों को ऑन करने को कह सकते हैं, इनमें मोबाइल भी शामिल है. विमान में बिना पॉवर के उपकरणों को नहीं ले जाया जा सकेगा. ऐसे में यात्री की अतिरिक्त जांच की जाएगी."

फ्रांस और ब्रिटेन के अधिकारियों ने भी यात्रियों से कहा है कि वह सुरक्षा जांच के लिए थोड़ा और वक्त लेकर आएं हालांकि यह नहीं कहा गया है कि मोबाइल फोनों और कंप्यूटरों की जांच की जाएगी. अमेरिका के गृह मंत्रालय ने कहा है कि यूरोप में अलग अलग देशों के एयरपोर्ट अमेरिका जाने वाले यात्रियों के जूतों की भी जांच करें. मंत्रालय के मुताबिक पुरानी चेतावनियों के मुकाबले इस बार आतंकवादी हमलों के बारे में मिली सूचनाएं काफी घबराहट पैदा करने वाली हैं.

Sicherheitskontrolle Flughafen
तस्वीर: AP

पिछले हफ्ते अमेरिकी अधिकारियों ने यूरोपीय हवाई अड्डों में सुरक्षा को सख्त करने की बात कही थी. उन्होंने इसके पीछे कोई खास वजह नहीं दी. पश्चिमी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि यूरोप से सैंकड़ों आतंकवादी मध्यपूर्व में लड़ने जा रहे हैं. इनमें से कई अरब प्रायद्वीप में अल कायदा के साथ जुड़े हो सकते हैं. अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का कहना है कि अल कायदा सीरिया में आतंकवादियों को बम बनाने की जानकारी दे रहा है. इन बमों का इस्तेमाल पश्चिमी देशों के हवाई जहाजों पर हो सकता है. इस बीच फ्रांस ने एलान किया है कि वह अपने हवाई अड्डों में सुरक्षा और कड़ी कर रहा है. अमेरिका हवाई अड्डों पर जांच सख्त करने का एलान पहले ही कर चुका है.

एमजी/एएम (डीपीए, एएफपी)