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अमेरिका में 24 घंटे में तीन हमले, आतंकी कार्रवाई की आशंका

आरपी/एमजे (एएफपी,एपी)१९ सितम्बर २०१६

24 घंटे में अमेरिकी धरती पर तीन जगह हमले हुए. न्यू यॉर्क और न्यू जर्सी में बम धमाके तो मिनेसोटा में एक हमलावर ने चाकू से हमला कर नौ लोगों को घायल कर दिया. प्रशासन जांच में जुटा.

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USA New York Manhattan Explosion
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Kudacki

जांचकर्ता अमेरिका में हुए तिहरे हमले की जांच में लगे हैं. शनिवार शाम मैनहटन के चेल्सी इलाके में बम विस्फोट, फिर मिनेसोटा में लोगों के समूह पर चाकू से हमला और फिर न्यू जर्सी में पाइप बम का विस्फोट हुआ. इन हमलों के तार आतंकी गुटों से जुड़े होने की भी जांच की जा रही है. सूचना मिली है कि न्यू यॉर्क में हमले से जुड़े होने के शक में पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है.

जांचकर्ताओं ने कहा है कि अब तक इन सभी घटनाओं के एक दूसरे से जुड़े होने के प्रमाण नहीं मिले हैं. फिर भी केवल 24 घंटों में हुए एक के बाद एक हमलों से देश में सुरक्षा को लेकर गंभीर प्रश्न खड़े हो गए हैं. अमेरिका में कुछ ही महीने में राष्ट्रपति चुनाव होने हैं. दोनों प्रमुख राजनीतिक पार्टियों के उम्मीदवारों के सामने देश की आंतरिक सुरक्षा और आतंकवाद एक बड़ा मुद्दा है.

न्यू यॉर्क के चेल्सी इलाके में शनिवार शाम फटे बम से 29 लोग घायल हो गए और आसपास की इमारतों को भी नुकसान पहुंचा. घटनास्थल से कुछ ही ब्लॉक की दूरी पर पुलिस ने एक और बम बरामद किया और उसे सुरक्षित तरीके से डिफ्यूज कर दिया गया. फटने से बचा लिए गए इस बम को फॉरेंसिक जांच के लिए वर्जीनिया के एफबीआई लैब में भेज दिया गया.

न्यू यॉर्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि दोनों बम प्रेशर कुकर में धातु के टुकड़े और विस्फोटक सामग्री भर के बनाए गए थे. इन्हें फ्लिप फोन और क्रिसमस की लाइटों से जोड़ा गया था. अखबार ने स्रोत का नाम बताए बिना लिखा है कि केंद्रीय जांचकर्ताओं ने न्यूयॉर्क के बम धामाकों से जुड़े होने की आशंका में पांच लोगों से पूछताछ की है. एफबीआई की न्यू यॉर्क शाखा ने ट्विटर पर लिखा कि अधिकारियों ने "ट्रैफिक रोक कर एक गाड़ी की जांच की" लेकिन "किसी को अपराध का आरोपी नहीं बनाया गया."

वहीं न्यू यॉर्क की ट्विन सिटी कहे जाने वाले न्यू जर्सी में भी शनिवार को ही कचरे के डिब्बे में एक पाइप बम फटा. इसे डिफ्यूज करने के लिए मरीन कॉर्प के अधिकारी वहां पहुंचते इससे पहले ही विस्फोट हो गया लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ. विस्फोट के बाद रविवार को एक संदिग्ध पैकेट के पाये जाने की खबर के कारण शहर में कुछ रेल सेवाएं स्थगित कर दी गईं और एफबीआई इसकी भी जांच कर रही है.

दूसरी ओर मिनेसोटा प्रांत के सेंट क्लाउन इलाके के एक मॉल में सोमालियाई मूल के एक अमेरिकी ने चाकू से लोगों पर हमला कर नौ लोगों को घायल कर दिया. वहां मौजूद एक ऑफ-ड्यूटी पुलिस अधिकारी ने हमलावर को गोली मार दी. अमेरिकी प्रशासन का कहना है कि अब तक इन तीनों हमलों का मकसद साफ नहीं हो पाया है. लेकिन न्यू जर्सी के गवर्नर रिपब्लिकन पार्टी के क्रिस क्रिस्टी ने इसके तार आतंकी गुटों से जुड़े होने की आशंका जताते हुए कहा, "अगर आप यहां घटी इतनी सारी घटनाओं को देखें, तो चाहे आप इसे जो भी नाम देना चाहें, है तो ये आतंकवाद ही." जिहादियों से जुड़ी एक न्यूज एजेंसी अमाक का दावा है कि आईएस "सैनिक" ने मिनेसोटा में सामूहिक हमले को अंजाम दिया.

न्यू यॉर्क में फुल एलर्ट की स्थिति है और करीब 1,000 अतिरिक्त राज्य पुलिस और नेशनल गार्ड्समेन को एयरपोर्ट, बस टर्मिनल और सबवे स्टोशनों पर तैनात किया गया है. मंगलवार को न्यूयॉर्क में शुरु होने वाली यूएन आमसभा की बैठक में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रपति बराक ओबामा एयरपोर्ट के रास्ते शहर में पहुंचे हैं.

हाल ही में अमेरिका में 11 सितंबर 2001 को हुए आतंकी हमले की 15वीं वर्षगांठ मनाई गई. अमेरिकी प्रशासन का मानना है कि अमेरिका बाहर के आतंकी हमलों से सुरक्षित है लेकिन उस पर देश में आईएस या अल कायदा जैसे आतंकी संगठनों से प्रभावित होने वाले "लोन वुल्फ अटैकर्स" का ज्यादा खतरा है.

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