अफरीदी की धमाकेदार पारी, फिर भी हारा पाक
१६ जून २०१०दाम्बुला स्टेडियम में पाकिस्तान को श्रीलंका ने 243 रन का लक्ष्य दिया. पाकिस्तान की शुरुआत बेहद खराब रही और सलमान बट के रूप में पहला विकेट शून्य रन पर ही गिर गया. उमर अमीन और शोएब मलिक भी सात और आठ रन बनाकर चलते बने.
पाकिस्तान की रनगति भी बेहद धीमी रही और 14वें ओवर तक टीम 32 रन ही जोड़ पाई थी जबकि उसके चार खिलाड़ी पैवेलियन लौट चुके थे. शाहजेब हसन को 11 रन पर मैथ्यूज ने आउट किया. पहले चार विकेटों में दो मैथ्यूज ने और दो मलिंगा ने झटके.
संकट में आई टीम को संभालने की जिम्मेदारी संभाली कप्तान शाहिद अफरीदी ने जिन्होंने पहले उमर अकमल, फिर कामरान अकमल और आखिर में अब्दुल रज्जाक के साथ मिलकर पाकिस्तान को लक्ष्य के करीब पहुंचाने की कोशिश की. अफरीदी जहां अपनी टीम के लिए संघर्ष कर रहे थे, अपने साथी खिलाड़ियों से उन्हें निराशा ही हाथ लगी.
कोई भी लंबे समय तक टिक कर खेलने में सफल नहीं हो पाया. कप्तान अफरीदी ने 76 गेंदों पर 109 रन की अपनी शानदार पारी में आठ चौके और सात छक्के लगाए.
पाकिस्तानी पारी में अफरीदी के बाद सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे उमर अकमल जिन्होंने 30 रन जोड़े. अफरीदी ने उमर के साथ मिलकर 73 रन, कामरान के साथ 49 रन और रज्जाक के साथ 51 रन की साझेदारी की.
पाकिस्तान मैच में लौटता नजर आ रहा था लेकिन 41वें ओवर में अफरीदी के विकेट ने खेल का रुख पलट दिया. मोहम्मद आमेर, शोएब अख्तर और मोहम्मद आसिफ को लसित मलिंगा ने सस्ते में निपटा कर श्रीलंका को 16 रन से जीत दिला दी. मलिंगा ने 10 ओवर में 34 रन देकर पांच विकेट लिए. एक समय अफरीदी की पारी से श्रीलंका की जीत मुश्किल लग रही थी लेकिन उनके जाते ही श्रीलंका की जीत औपचारिकता रह गई.
इससे पहले श्रीलंका की पारी में महेला जयवर्धने और एंजेलो मैथ्यूज ने अर्धशतकीय पारियां खेलीं और कप्तान कुमार संगकारा ने भी 42 रन बनाए. जयवर्धने ने 54 और मैथ्यूज ने 55 रन का योगदान किया और श्रीलंका के स्कोर को 242 तक पहुंचाने में मदद की. 13 महीने बाद पाकिस्तान की ओर से खेल रहे शोएब अख्तर ने आते ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने जौहर दिखाए और तीन विकेट झटके.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: एन रंजन