अनोखे और विवादित टैटू
पूर्वोत्तर अफ्रीका का प्रायद्वीपीय इलाका 'हॉर्न ऑफ अफ्रीका' कहलाता है. यहां की महिलाओं के चेहरे और शरीर पर कई तरह के टैटू बने दिखते हैं, जो अनोखे भी हैं और थोड़े विवादित भी.
शरीर की सजावट
उत्तरी इथियोपिया में महिलाएं चेहरे और गर्दन पर जो टैटू बनवाती हैं, उन्हें निकिसाट कहा जाता है. यहां प्रचलित पारंपरिक सफेद परिधानों के साथ गहरे रंग के ये टैटू खूब उभरते हैं. तस्वीर में दिख रही महिला हाना की तरह कई निकिसाट में क्रॉस जैसे धार्मिक प्रतीकों के इस्तेमाल का भी खूब चलन है.
विवादास्पद परंपरा
निकिसाट का चलन ग्रामीण इलाकों में ज्यादा दिखता है. आजकल शहरों में ये काफी कम हो चुका है और इसे पिछड़ेपन और पुराने जमाने का माना जाता है. इसके अलावा इससे सेहत को भी नुकसान पहुंच सकता है. लेकिन लड़कियों पर ये टैटू 7-8 साल की कम उम्र में बना दिए जाते हैं, जब इसके लिए उनकी सहमति नहीं ली जाती.
कई तरह के
कुछ निकिसाट बहुत छोटे भी हो सकते हैं. जैसे इस महिला ने अपने दोनों गालों पर केवल एक एक बिंदु बनवाया है और माथे पर दो खड़ी लकीरें. कई लोग अपनी बांहों, पैरों यहां तक कि मसूड़ों पर भी ऐसे टैटू बनवाते हैं. इथियोपिया में प्रचलित एक अन्य तरह की टैटू परंपरा का नाम है इंसोसिला. इसमें पौधों के डाई का इस्तेमाल कर हाथ और पैर रंगे जाते हैं.
मुस्लिम बॉडी आर्ट
इंसोसिला की ही तरह हिना भी पौधे से मिलती है. इससे अस्थाई किस्म के टैटू बनवाए जाते हैं. ज्यादातर मुस्लिम समुदाय की महिलाएं इसका सजने संवरने में इस्तेमाल करती हैं. इथियोपिया के अलावा पड़ोसी मुस्लिम देशों सोमालीलैंड और जिबूती में हिना का खूब चलन है. इस तस्वीर में सोमालीलैंड के एक बाजार में हाथों पर मेंहदी रचवाती एक महिला.
हथेली पर भी
अफ्रीका के हॉर्न प्रायद्वीप के अलावा उत्तरी अफ्रीका के कई देशों में भी सदियों से मेंहदी रचाने की परंपरा रही है. पूर्वी और दक्षिण एशिया से लगे अरब प्रायद्वीप में हिना का इस्तेमाल कर पैरों और हाथों के नाखूनों को रंगा जाता है. इसके अलावा हथेली और पैरों को भी तरह तरह के डिजाइन से सजाया जाता है.
आधुनिकता के साथ भी
सोमालीलैंड की राजधानी में हाल ही में मनाई गई देश की आजादी की 25वीं वर्षगांठ पर महिलाओं ने खास तैयारियां की थीं. जैसे हिना के साथ साथ गहने और नेलपॉलिश से सजी ये हथेली. खास मौकों पर यहां की रंगबिरंगी डिराक ड्रेस के साथ हाथों में हिना सजाई जाती है.
अरबी रमादान
इस्लाम के पवित्र महीने रमजान के महीने के दौरान मुस्लिम महिलाएं हाथों पर मेंहदी लगाना पसंद करती हैं. आजकल तमाम देशों में रहने वाले कई धर्मों के लोगों में मेंहदी लगवाने का चलन है. शादी-ब्याह और धार्मिक उत्सवों जैसे खास मौकों पर हिना की खूब पूछ होती है.
फैशन जो उभरे
सोमालीलैंड की राजधानी हरगीसा में 16 साल की नजमा के हाथों पर सजी हिना उसके सादे काले अबाया पर खूब उभर रही है. सोमालीलैंड के समाज में काफी संकीर्ण परंपराएं हैं. यहां सार्वजनिक जगहों पर औरतों को बालों समेत पूरे शरीर को ढकने वाला अबाया पहनना पड़ता है.