अजंता मेंडिस की काट हमने निकाल ली है: तेंदुलकर
२९ जुलाई २०१०भारतीय टीम ने जब पिछली बार श्रीलंका का दौरा किया तो अजंता मेंडिस कहर बनकर भारतीय बल्लेबाजों पर टूटे और मेंडिस की फिरकी गेंदबाजी ने भारतीय बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया. कोलंबो में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में भारतीय टीम के पहली पारी में चार विकेट गिरे हैं. उनमें से दो विकेट मेंडिस ने लिए हैं लेकिन मेंडिस 83 रन भी दे चुके हैं.
108 रन पर नाबाद सचिन तेंदुलकर ने कहा, "मेंडिस एक मुश्किल गेंदबाज हैं. लेकिन हमने उनकी काट निकाल ली है. हमने उनकी गेंदबाजी के मजबूत पक्ष को जान लिया है और हम उनके जाल में नहीं फंसेंगे. मेंडिस ने भारतीय बल्लेबाजों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है लेकिन अब मुकाबला बराबर का हो गया है."
मेंडिस ने मुरली विजय और वीवीएस लक्ष्मण को अपने जाल में फंसाया जबकि सूरज रंडीव ने सहवाग और राहुल द्रविड़ को पैवेलियन का रास्ता दिखाया. तेंदुलकर ने मेंडिस और रंडीव की प्रशंसा तो की लेकिन यह भी कह दिया कि मुथैया मुरलीधरन के संन्यास के बाद श्रीलंकाई स्पिन गेंदबाजी में जो खालीपन पैदा हुआ है उसे भरना आसान नहीं होगा.
"दोनों गेंदबाजों ने बढ़िया बॉलिंग की. निश्चित रूप से मुरलीधरन के नक्शेकदम पर चल पाना आसान नहीं है. रंडीव और मेंडिस के लिए यह बेहद मुश्किल होगा. मुरली के जाने के बाद खालीपन को भरना दोनों के बड़ी जिम्मेदारी की बात है."
श्रीलंका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में तेंदुलकर ने अपना 48वां शतक जड़ा है और 108 रन बनाकर वह अब भी भारतीय पारी को संभाल रहे हैं. श्रीलंका के 642 रनों के जवाब में भारत ने चार विकेट के नुकसान पर 382 रन बनाए हैं. सहवाग ने शानदार 99 रन की पारी खेली लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वह शतक पूरा करने से एक रन से चूक गए. मुरली विजय ने 58 रन बनाए. तेंदुलकर के साथ क्रीज पर सुरेश रैना मौजूद हैं जो 66 रन बनाकर खेल रहे हैं.
श्रीलंका ने गॉल में खेले गए पहले टेस्ट मैच में भारत को हरा दिया था. भारत पिछले डेढ़ दशक से श्रीलंका में सीरिज जीतने के लिए तरस रहा है और महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में उसे जीत की उम्मीद थी. लेकिन गॉल टेस्ट में हार के चलते उसकी शुरुआत खराब हुई और कोलंबो में मामला बराबर का नजर आ रहा है. श्रीलंका तीन टेस्ट मैचों की इस सीरिज को अगर 3-0 या फिर 2-0 से जीतने में कामयाब होता है तो भारत नंबर वन टेस्ट टीम से नीचे लुढ़क सकती है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: वी कुमार