1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

हैरी की मायावी दुनिया के बाद

२५ सितम्बर २०१२

हैरी पॉटर की लेखिका जेके रॉलिंग ने बच्चों की दुनिया से बड़ों के जहान में आ गई हैं. एक ब्रिटिश गांव की राजनीति और गरीबी दिखाता उनका बड़े लोगों के लिए पहला उपन्यास गुरुवार को आ रहा है.

https://p.dw.com/p/16Dov
तस्वीर: picture-alliance/dpa

हैरी पॉटर की लेखिका जेके रॉलिंग ने बच्चों की दुनिया से बड़ों के जहान में आ गई हैं. एक ब्रिटिश गांव की राजनीति और गरीबी दिखाता उनका उपन्यास गुरुवार को आ रहा है. हैरी पॉटर की सीरीज की अब तक कुल 45 करोड़ किताबें बिक चुकी है. जेके रॉलिंग के दीवाने बड़ी बेसब्री से उनकी नई किताब के इंतजार में हैं. पूरे पांच साल बाद उनका लिखा कुछ नया आ रहा है और ऐसे में पहले से ही उसकी कामयाबी तय हो गई है.

उनकी किताब 'द कैजुअल वैकेंसी' की 10 लाख प्रतियों के लिए पहले से ही बुकिंग हो चुकी है. ब्रिटेन में किताब बेचने वाले काल्पनिक कथाओं में इसे साल की सबसे ज्यादा बिकने किताब बता रहे हैं. द बुकसेलर मैगजीन के संपादक फिलीप स्टोन का कहना है, "यह 21वीं सदी की सबसे बड़ी रिलीज में से एक होगी, मेरा ख्याल है कि हम में (प्रकाशन उद्योग से जुड़े) से 99.9 फीसदी लोग इस बात की भविष्यवाणी करेंगे कि यह किताब सीधे नंबर वन हो जाएगी."

47 साल की जेके रॉलिंग दुनिया की पहली अरबपति लेखिका हैं, और उन्हें इस बात की कोई चिंता नहीं कि आलोचक बड़ों के लिए लिखे उनके उपन्यास के बारे में क्या लिखते हैं. रॉलिंग ने ब्रिटिश अखबार से कहा, "मैं दुनिया की सबसे आजाद लेखिका हूं. मैं जो चाहूं कर सकती हूं. अगर हर कोई कहेगा यह एकदम खराब है तब जाहिर है कि मैं पार्टी नहीं दूंगी लेकिन मैं जिंदा रहूंगी."

रॉलिंग की किताब छापने वाले लिटिल ब्राउन ने कहानी के प्लॉट के बारे में कुछ जानकारी दी है. इसके अलावा कुछ पत्रकारों को कड़ी सुरक्षा और गोपनीयता के बीच रिलीज होने से पहले किताब दिखाई गई, इससे भी कुछ बातें छन कर सामने आई हैं. दक्षिण पश्चिमी इंग्लैंड के एक काल्पनिक गांव में रची यह कहानी स्थानीय परिषद के एक सदस्य की मौत के साथ शुरू होती है. मध्यवर्गीय गांव वाले सदस्य की मौत से खाली हुई जगह पर किसी ऐसे शख्स को लाना चाहते हैं जो उनकी समस्याओं से सहानुभूति रखता हो.

रॉलिंग की इस कहानी में नशाखोरी, देह व्यापार, अकेले मां या बाप, और किशोरों की कामुकता भी है और यह उनकी पुरानी पहचान से कहीं बहुत दूर ले जाती है. रॉलिंग का कहना है कि ज्यादा से ज्याद वयस्क विषयों को शामिल करने के लिए उनका मन मचल रहा था और इस बार उन्हें यह मौका मिला है. उन्होने कहा, "कुछ चीजें है जिन्हें आप अपनी फैंटेसी में नहीं कर सकते. आप किसी गैंडे के करीब सेक्स नहीं कर सकते,  यह पत्थर की लकीर जैसा नियम है."

Harry Potter Filmstill
हैरी पॉटर के बाद अब बड़ों की दुनिया में जेके रॉलिंगतस्वीर: AP

आज की जेके रॉलिंग एक ग्लैमरस, विख्यात और अमीर महिला हैं. उनके पास एडिनबरा और लंदन में महलों जैसे घर हैं, 56 करोड़ पाउंड से ज्यादा की संपत्ति है और उनके पास आठ सुपरहिट फिल्में, थीम पार्क, खिलौने और वीडियोगेम जैसी दर्जनों कारोबार हैं. उनकी मौजूदा स्थिति देख कर यह यकीन करना मुश्किल हो जाता है कि 1990 के दशक में शुरुआती सालों तक उनका खर्च सरकारी दान से चल रहा था और अपनी बेटी को पालने में उन्हें खासी मशक्कत करनी पड़ रही थी. ऐसी हालत में संघर्ष करते हुए उन्होंने एडिनबरा के कैफे में हैरी पॉटर की पहली किताब लिखी. संघर्ष के दिनों में गरीबी, पुर्तगाली पत्रकार से बहुत कम दिनों की शादी के बाद अकेले बच्ची को पालने की तकलीफ इन सब अनुभवों को किसी न किसी रूप में नई किताब के प्लॉट में जगह मिली है. इसके साथ ही कहानी, उनकी जवानी के पैगफोर्ड गांव में बीते दिनों से भी प्रेरित है. 

रॉलिंग ने कहा है, "यह बहुत कुछ मेरे किशोरावस्था के दिनों को याद करना भी था, और वह मेरे जीवन के खासतौर से अच्छे दिनों में नहीं था." जेके रॉलिंग जब महज 15 साल की थीं तभी उनकी मां के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया. इसके अलावा अपने पिता से भी उनका रिश्ता अच्छा नहीं था. दोनों ने 9 साल तक आपस में बात तक नहीं की. रॉलिंग ने 2001 में दूसरी शादी की और इसके बाद उनके दो बच्चे और हुए. वो चाहें तो अकेले ही तीनों बच्चों को पाल सकती हैं बिना किसी परेशानी की. हालांकि रॉलिंग जोर दे कर कहती हैं कि पैसा और नाम आने के बाद उनकी समस्याएं खत्म नहीं हुई हैं बदल गई हैं.

रॉलिंग फिलहाल बच्चों की दो और किताब पर काम कर रही हैं. वह कहां जाएंगी इसका फैसला बहुत कुछ इस बात से होता है कि वह किससे सफर कर रही हैं. हैरी पॉटर लिखने का विचार उन्हें ट्रेन में आया था और द कैजुअल वैकेंसी का विचार विमान में. रॉलिंग कहती हैं, "जाहिर है कि मुझे किसी अच्छे विचार के लिए किसी गाड़ी में बैठना होता है."

एनआर/एएम (एएफपी)