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हैदराबाद: पर्दे के पीछे छिपे सवाल

१२ नवम्बर २०१०

आज से हैदराबाद से भारत और न्यूजीलैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच शुरू हो रहा है. पहले टेस्ट में कुछ प्रत्याशित व कुछ अप्रत्याशित मोड़ के बाद कई मायनों में यह मैच दिलचस्प हो सकता है.

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पचासवें शतक का इंतजारतस्वीर: UNI

सचिन के पचासवें शतक की औपचारिकता पूरी होगी या नहीं, लक्ष्मण घरेलू मैदान में अपने पहले टेस्ट में कैसा प्रदर्शन करेंगे, ये बेशक भावुक क्रिकेटप्रेमियों की दिलचस्पी के केंद्र में रहेंगे. उम्मीद की जानी चाहिए कि 15 रनों पर भारत के पांच विकेट का नजारा फिर नहीं देखने को मिलेगा. लगभग निश्चित है कि हरभजन फिर शतक नहीं बनाएंगे. लेकिन उनकी गेंद की करामात देखने को मिलेगी या नहीं, यह सिर्फ इस दौरे के लिए ही नहीं, बल्कि दक्षिण अफ्रीका के दौरे के साथ-साथ अंततः भज्जी के भविष्य के लिए भी एक निर्णायक सवाल बना रहेगा. और साथ ही यह सवाल भी, कि क्या प्रज्ञान ओझा स्ट्राइक बॉलर के रूप में विकसित हो सकते हैं.

जहीर खान अहमदाबाद में छटपटा रहे थे, हैदराबाद में क्रिकेट प्रेमियों के साथ-साथ उन्हें खुद भी अपने आपसे काफी उम्मीदें होंगी. दूसरे पेस बॉलर, उसके प्रदर्शन व उसकी भूमिका जैसे सवाल आने वाले दिनों की रणनीति के लिए रास्ता तैयार कर सकते हैं. जहां तक पेस बॉलिंग के मामले में भारत की बेंच स्ट्रेंथ का सवाल है, तो तीसरी पांत तो तगड़ी है, लेकिन दूसरी पांत में कोई भी स्पष्ट रूप से दिख नहीं रहा है. वर्ल्ड कप से चंद माह पहले यह कतई कोई सुखद स्थिति नहीं है.

Gautam Gambhir Cricket
फार्म में लौटेंगे गंभीर?तस्वीर: AP

रही बात बल्लेबाजों की तो टेस्ट टीम में कोई परिवर्तन की हवा चलती नहीं दिख रही है. गंभीर का फार्म चिंता का विषय है, राहुल सेंचुरी बनाएं या न बनाएं, अब सोचने का वक्त आ गया है कि पुजारा को कब तक बाहर रखा जाएगा. जो बातें तय लग रही हैं, उनके पीछे सवाल सुगबुगा रहे हैं, जो कभी उभरकर सामने आ सकते हैं.

न्यूजीलैंड ने बांगलादेश में दयनीय प्रदर्शन के बाद अपनी साख थोड़ी बना ली है, लेकिन हैदराबाद में उसे साबित करना पड़ेगा कि यह कोई अहमदाबाद का तुक्का नहीं था. खासकर सलामी बल्लेबाज मैकिंटश का फार्म उनके लिए चिंता का विषय है. साथ ही बल्लेबाजी में तीन ही खिलाड़ी की जगमगाहट से उनका स्कोर बना था, हैदराबाद उनकी कसौटी है. और वह भी, जबकि मार्टिन के अलावा कोई पेस गेंदबाज दिख नहीं रहा है.

कुल मिलाकर एक बात भरोसे के साथ कही जा सकती है : सहवाग कितना रन बनाएंगे, इसका कोई भरोसा नहीं. और टॉस के मामले में धोनी की किस्मत?

रिपोर्ट: उज्ज्वल भट्टाचार्य

संपादन: एस गौड़

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