1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

हाईटेक की मदद से सही लिंब का फैसला

१६ दिसम्बर २०१७

किसी वजह से हाथ पांव न रहे तो कृत्रिम अंग लगाकर जिंदगी आसान की जा सकती है. लेकिन कौन सा कृत्रिम अंग किस मरीज के लिए सबसे अच्छा है, इसका पता मूवमेंट के हाईटेक एनालिसिस से किया जा सकता है.

https://p.dw.com/p/2pSIx
Hightech Prothese nach Amputation
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A.Arnold

एक दिन दफ्तर में हादसा हुआ और डीटर क्लाउस को सीधे ट्रॉमा सेंटर लुडविग्सहाफेन पहुंचा दिया गया. ये वो दिन था जिसने उनकी जिंदगी पूरी तरह बदल दी. डॉक्टरों ने बुरी तरह जख्मी उनका बायां पैर बचाने की बहुत कोशिश की, लेकिन बचा नहीं पाए. डीटर क्लाउस कहते हैं, "मुझे पता था कि जब मैं जागूंगा तो क्या होगा. पहले दो तीन हफ्ते बहुत ही मुश्किल थे. और जब प्रोस्थेसिस आया तो उसे स्वीकार करना पड़ा."

एम्प्यूटेशन के चार हफ्ते बाद डीटर को कृत्रिम पैर की आदत पड़ने लगी. अब वह इसी की मदद से नियमित रूप से अस्पताल जाते हैं. वहां उनके शरीर पर खास किस्म के निशान लगाए जाते हैं. ऑप्टिकल ट्रैंकिंग के लिए ये निशान जरूरी है. दो वीडियो कैमरों और आठ इंफ्रारेड कैमरों की मदद से मिलीमीटर जितनी बारीकी का ख्याल रखा जाता है. निशानों और तकनीक की मदद से डॉक्टर 15 मीटर की दूरी से शरीर की हर हलचल का हूबहू पता लगा सकेंगे. इसकी मदद से डीटर और उनकी चाल का 3डी मॉडल बनेगा.

एक ही हाथ में कैसे रहेंगे दो अंगूठे?

एक ही हाथ में कैसे रहेंगे दो अंगूठे?

लुडविग्सहाफेन की बीजीयू क्लीनिक के हड्डी विशेषज्ञ आद्रियान होगन कहते हैं, "हम तीन पैनलों के ज्वाइंट एंगल्स को विजुलाइज कर रहे हैं, जोड़ों में पड़ने वाले दबाव को नापते हैं. और नापने वाली यह वही तकनीक है जिसकी मदद से अवतार और लॉर्ड ऑफ द रिंग्स जैसी एनिमेटेड फिल्में बनी थीं." लेकिन यहां कोई डिजिटल एनिमेशन फिल्म नहीं बन रही, बल्कि प्रोस्थेसिस वाले शख्स की मदद की जा रही है ताकि वह फिर से सामान्य ढंग से चल सके. डॉक्टर देखते हैं कि कूल्हे कैसे हिल रहे हैं, चलते समय पैर कैसे मुड़ रहा है. या फिर घुटने और प्रोस्थेसिस का एंगल कितना अलग है.

लैब में डीटर कई तरह के प्रोस्थेसिस लेग जांचते हैं, कभी बैसाखी के सहारे, तो कभी उसके बिना. अलग अलग मॉडलों को आजमाते हुए क्या उन्हें कोई अंतर महसूस होता है. डीटर क्लाउस कहते हैं, "हर प्रोस्थेसिस में कुछ न कुछ अलग बात होती है. आपको हर प्रोस्थेसिस के साथ नए ढंग से चलना पड़ता है और अंत में आप कह सकते हैं कि मैं यह प्रोस्थेसिस इस्तेमाल करूंगा." ऐसे मॉडल की कीमत 50 हजार यूरो या उसे भी ज्यादा है. इसके मैकेनिकल और इलेक्ट्रॉनिक फंक्शन, घुटने जैसा काम करते हैं, ब्लूटुथ के जरिये डाटा की समीक्षा भी की जा सकती है.
सामान्य चाल, आराम से टहलना या फिर तेज चलाना और वो भी सुरक्षित तरीके से. डीटर क्लाउस इन चुनौतियों से पार पा चुके हैं. अपने प्रोस्थेसिस मोशन कैपर की मदद से वह बिना गिरने के खतरे के सीढ़ियां भी चढ़ सकते हैं.

रिपोर्ट: थॉमस हिल्डेब्रांट