हरा भरा रेगिस्तान
चारों ओर रेगिस्तान, थोड़ा-बहुत पानी और कृषि के लिए न्यूनतम भूमि. ये हालात हैं जॉर्डन के. यहां रहना आसान नहीं लेकिन यहां रहने वाले बेदुइन समुदाय का ज्ञान हमें सिखाता है कि कैसे प्रकृति की देखभाल की जा सकती है.
द बॉस
जॉर्डन के बेदुइन समुदाय के मुखिया है अबु मोहम्मद. मोहम्मद अपने आप में एक चलता-फिरता इनसायक्लोपीडिया हैं. वह हर पौधों की हर प्रजाति के बारे में कुछ बता सकते हैं.
सम्मान में आयोजन
इनके पास चर्चा करने के लिये बहुत कुछ है. अबु मोहम्मद के चचेरे भाई उनके सम्मान में कोई कार्यक्रम करना चाहते हैं.
कुशल कामगार
आज बेदुइन समुदाय अपना काम गाड़ियों और ट्रैक्टरों की मदद से करता है लेकिन घोड़े अब भी इनकी जिंदगी का अहम हिस्सा हैं.
जगह ही जगह
यहां घोड़ों की युवा पीढ़ी के लिये भी उछलने-कूदने की खूब जगह है.
दैनिक जीवन
बेदुइन की आजीविका इसी पशुधन पर निर्भर है. अबु मोहम्मद के बेड़े में 700 भेड़ और बकरियां शामिल हैं लेकिन अब मिट्टी समाप्त हो रही है तो ये झुंड चरागाह से दूसरे स्थान पर चले जाते हैं.
गर्मियों के दिन
साल के इन दिनों में पशु इधर-उधर चरते रहते हैं.
इंतजार
अपने रिश्तेदारों के साथ शोक मनाने के लिये अबु मोहम्मद एक तंबू में चले गये हैं. इस स्थिति में इंतजार के अलावा कोई विकल्प नहीं है.
समय ही समय
और वक्त की तो किसी के पास कोई कमी नहीं है. (एए/आरपी)