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हर पांचवें तलाक की वजह बन रहा है फेसबुक

२ दिसम्बर २०१०

फेसबुक और ट्विटर के बारे में कहा जाता है कि इसके जरिए दुनिया भर के लोग एक दूसरे के पास आ रहे हैं, हजारों मीलों की दूरियां मिट रही हैं. लेकिन घर के हालात दूसरे हैं. हर पांचवें तलाक की वजह भी बन रहा है फेसबुक.

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तस्वीर: dpa

एक सर्वे में चौंकाने वाले नतीजे सामने आए हैं. सर्वे के परिणाम के मुताबिक अमेरिका में हर पांचवें तलाक के पीछे सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट जैसे फेसबुक और ट्विटर का हाथ हो सकता है. यह सर्वेक्षण अमेरिकन अकैडमी ऑफ मैट्रीमोनियल लॉयर्स ने किया है. सर्वे बताता है कि तलाक के मुकदमे लड़ने वाले वकील भी पुष्टि करते हैं कि लोग अपने साथी की बेवफाई साबित करने के लिए फेसबुक सबूतों का सहारा ले रहे हैं.
फेसबुक पर प्रेम और चुहलबाजी भरे संदेश, फोटो के जरिए अब यह साबित करने की कोशिश होती है कि जीवनसाथी का बर्ताव सही नहीं है और हालात ऐसे हो गए हैं कि अब मतभेदों को मिटाया नहीं जा सकता. कई ऐसे मामले सामने आए जिसमें फेसबुक के जरिए लोगों ने अपने उन संबंधों को फिर शुरू कर दिया जो सालों पहले खत्म हो चुके थे या फिर युवक युवती का लंबे समय से आपस में कोई संपर्क नहीं था.

Rechtsextreme in Netzwerken im Internet
तस्वीर: picture alliance/dpa

प्रेम संबंधों या शादियों को तोड़ने में फेसबुक सबसे आगे है. वकील बताते हैं कि तलाक के लिए फेसबुक से जुड़े सबूतों को 66 फीसदी इस्तेमाल किया जा जाता है. दूसरे स्थान पर माइ स्पेस (14 फीसदी) आता है, तीसरे पर ट्विटर (5 प्रतिशत) और फिर आखिरी स्थान पर अन्य सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट हैं.

डिवोर्स ऑनलाइन वेबसाइट चलाने वाले मार्क कीनन का कहना है कि आम तौर पर देखा गया है कि लोग उन लोगों के साथ सेक्स संबंधी बातचीत में लिप्त हो जाते हैं जिन लोगों के साथ उन्हें यह नहीं करना चाहिए.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: वी कुमार

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