हमलों पर चर्चा करने तुर्की जाएंगी मैर्केल
१२ अक्टूबर २०१५मैर्केल के इस दौरे में तुर्की में आतंकवाद, सीरिया का मुद्दा और शरणार्थियों के लिए नई नीतियां अहम हैं. मैर्केल अपने दौरे पर राष्ट्रपति रेचेप तय्यप एरदोवान और प्रधानमंत्री अहमत दावुतोग्लु से मुलाकात करेंगी. उन्होंने प्रधानमंत्री को फोन कर हमले पर शोक व्यक्त किया है और इसे "एक कायरतापूर्ण कदम" बताया है.
तुर्की की राजधानी के मुख्य रेलवे स्टेशन के बाहर ये धमाके तब हुए जब वहां एक शांति रैली निकाली जा रही थी. प्रधानमंत्री अहमत दावुतोग्लु ने कहा है कि सुरक्षा एजेंसियों ने अंकारा में विस्फोट करने वाले दो आत्मघाती हमलावरों में से एक की शिनाख्त कर ली है. हमले में मुख्य संदेह इस्लामिक स्टेट पर है.
इस दौरान कुर्द समर्थक पार्टी एचडीपी के नेता सेलाहतीन देमीरतास ने लोगों से अपील की कि वे धमाकों के लिए अपना गुस्सा राष्ट्रपति रेचेप तय्यप एरदोवान सरकार के खिलाफ वोट देकर जाहिर करें. सेलाहतीन ने कहा कि धमाकों में उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निशाना बनाया गया. उन्होंने बम धमाके के लिए तुर्की के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया है.
दावुतोग्लु ने तुर्की के न्यूज चैनल एनटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि शनिवार का विस्फोट एक नवंबर को होने वाले संसदीय चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया गया. उन्होंने कहा कि अगर जांच के बाद पाया गया कि विस्फोट सुरक्षा में चूक के कारण हुआ है, तो सुरक्षा पुख्ता करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे. हमलावर वहां कैसे पहुंचे इसकी भी जांच की जा रही है. प्रधानमंत्री ने देश में तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.
शांति रैली के दौरान हुए बम धमाकों में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए अगले दिन प्रदर्शन आयोजित किया गया जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया.
तुर्की ने कहा है कि सरकार इस तरह के हमलों से डरेगी नहीं और चुनाव तय समय पर ही होंगे.
दूसरी ओर तुर्की की सेना ने कुर्द अलगाववादी संगठन पीकेके के ठिकानों को निशाना बनाकर हवाई हमले किए हैं जिसमें 49 लोगों की मौत हो गई है, जबकि उसने एक दिन पहले ही एकतरफा संघर्ष विराम का ऐलान किया था.