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हमलावर ने किया पुलिस के सामने समर्पण

१९ अप्रैल २०१८

बर्लिन में दो लोगों पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि उन्होंने यहूदियों द्वारा पहनी जाने वाली टोपी किप्पा पहन रखी थी. अब घटना के दो दिन बाद एक संदिग्ध हमलावर ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है.

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Screenshot Youtube Antisemitischer Angriff in Berlin
तस्वीर: Jüdisches Forum JFDA

Adam: 'People just walked by'

स्थानीय पुलिस के अनुसार किप्पा पहने दो लोगों पर हमला करने वाले एक 19 वर्षीय नौजवान ने अपने को पुलिस को सौंप दिया. सीरिया के इस शरणार्थी ने अपनी वकील के साथ बर्लिन के सिटी सेंटर के एक पुलिस स्टेशन में समर्पण किया. उनकी पहचान के बारे में कोई सूचना नहीं दी गई है. मंगलवार को हमले के समय हमलावर के साथ रहे दो दूसरे लोगों के बारे में कोई सूचना नहीं है. पुलिस के अनुसार तीन लोगों ने किप्पा पहने दो लोगों को यहूदी विरोधी गालियां दी थीं और उनपर हमला किया था. एक हमलावर ने बेल्ट से एक पीड़ित की पिटाई की थी.

किप्पा पहने 21 और 24 साल के दो नौजवानों पर बर्लिन के प्रेंसलावरबर्ग इलाके में हुए हमले की व्य़ापक आलोचना हुई थी. चांसलर अंगेला मैर्केल ने भी यहूदी विरोध के खिलाफ पूरी कठोरता से कार्रवाई करने की अपील की. चांसलर ने कहा, "इस तरह के यहूदी विरोधी हमलों के खिलाफ लड़ाई जीती जानी चाहिए."

हमले के शिकार एक व्यक्ति ने अपने मोबाइलफोन पर हमले का वीडियो बनाया और उसे पुलिस को सबूत के तौर पर दिया. संभवतः उसी की वजह से हमलावर की पहचान हो पाई. हमले के 21 वर्षीय शिकार ने बाद में डॉयचे वेले को बताया कि वह यहूदी नहीं है, "मैं इस्राएली हूं. मैं इस्राएल में अरब परिवार में पला बढ़ा हूं." उसने बताया कि वह इस बात की जांच कर रहा था कि क्या बर्लिन में किप्पा पहनना उतना ही खतरनाक है जितना कि उसे एक इस्राएली दोस्त ने बताया था. उसने कहा कि उसे इस पर विश्वास नहीं था.

एमजे/एनआर (डीपीए, रॉयटर्स)