स्वीडन में आई भेड़ियों की शामत!
३ जनवरी २०१०पिछले 45 साल में पहली बार सरकार ने इस तरह के भेडिया शिकार का आदेश जारी किया है. स्वीडन के पर्यावरण प्राधिकरण ने 27 ख़ूंख़ार जानवरों को मारने का आदेश दिया है. और ये अभियान दो जनवरी से 15 फ़रवरी तक चलाया जाएगा. देश के पांच हिस्सों में भेड़ियों का शिकार किया जाएगा जहां भेड़ियों की क़रीब दस फ़ीसदी आबादी रहती है.
अगले पांच साल के लिए सरकार ने भेड़ियों की आबादी पर क़ाबू पाने का फ़ैसला किया है. ये संख्या 210 तक लाई जानी है. स्वीडन में 1970 के दशक से भेड़ियों की आबादी में तेज़ी से बढ़ोतरी हुई और किसानों की आफ़त आ गई. भेड़िए किसानों के पालतू जानवरों को अपना शिकार बनाते रहे हैं. यहां तक कि उनका दख़ल राजधानी स्टॉकहोम के बाहरी इलाक़ों तक हो गया था. वे वहां भी देखे जाने लगे थे और लोगों में भय का माहौल बन गया था.
भेड़ पालने वाले एक किसान का कहना है कि 2005 में उसकी भेड़ों पर भेड़ियों ने दो बार हमले किए और 32 भेड़ें मार दीं. भेड़ियों की संख्या बढ़ने के पीछे एक वजह ये भी मानी जा रही है कि चूंकि उनका कोई प्राकृतिक शत्रु नहीं होता लिहाज़ा उनकी पैदायश में कोई रुकावट नहीं आती.
लेकिन दूसरी तरफ़ सरकार के ताज़ा फ़ैसले का विरोध भी शुरू हो गया है.स्वीडन के पर्यावरण संरक्षण संगठनों ने शिकार के आदेश का विरोध करते हुए कहा है कि इससे यूरोपीय संघ के प्रजातियों और रहन सहन पर बने क़ानून का उल्लंघन हो रहा है. बहरहाल स्वीडिश सरकार के फ़ैसले ने तो पेशेवर शिकारियों की चांदी कर दी है. और किसानों और देहातियों को राहत मिली है. इसीलिए शनिवार को एक ही दिन 20 भेड़िए मार गिराए गए.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस जोशी
संपादन: ओ सिंह