स्वात में पाक सेना के हवाई हमले
२४ मई २००९पाकिस्तान की सेना ने स्वात के मुख्य शहर मिंगोरा में घुसने के बाद उत्तर पश्चिमी प्रांत ओरकज़ई में तालिबान के कथित ठिकानों पर रविवार को हवाई हमले किये. पाकिस्तान अपने देश में बढ़ते तालिबानियों के ख़ात्मे की कोशिशें कर रहा है.
पाकिस्तान की वायु सेना ने तीन गांवों में तालिबानी ठिकानों पर कई हमले किये और इन जगहों को नष्ट कर दिया. वरिष्ठ अधिकारी यासीन ख़ान ने बताया कि "घंटों चले इन हमलों में फ़िलहाल सात लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है लेकिन ये संख्या बढ़ भी सकती है क्योंकि निशाना एकदम सटीक था".
तालिबान के एक प्रवक्ता ने बताया कि "हमारे 13 लोग मारे गए हैं और हम इसका जवाब देंगे. हमारा निशाना पाकिस्तान में कही भी हो सकता है".
पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों को तालिबानी लड़ाकों के छिपने की जगह बताया जाता है.सेना के प्रवक्ता अतहर अब्बास ने कहा कि "चूंकि फायरिंग गलियों में चल रही है तो जानमाल की हानि तो होगी है लेकिन हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि लोगों को इस लड़ाई में कम से कम नुकसान हो".
मिंगोरा सघन आबादी वाला इलाका है और जानकारों के अनुसार अब भी यहां चार लाख के क़रीब लोंग हैं. परेशानी है ये है कि सेना ने रसद आने का रास्ता रोक दिया है इसलिये इलाके में रोज़मर्रा की चीज़ों की कमी होने की आशंका व्यक्त की जा रही है.
इस दौरान जब कि पाकिस्तान स्वात घाटी से तालिबानी लड़ाकों पर हमले कर रहा है अफ़ग़ानिस्तान के सीमावर्ती इलाकों में स्थिति शांत है.हालांकि सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह तालिबान लड़ाकों ने सेना पर उस समय हमला किया जब सेना अफग़ान सीमा पर दक्षिणी वज़ीरिस्तान की ओर जा रही थी.
शनिवार को पाकिस्तानी सेना स्वात घाटी के मिंगोरा शहर में दाखिल हुई जो तालिबानी चरमपंथियों का सबसे मज़बूत गढ़ बताया जाता है. सेना के मुताबिक मिंगोरा में चरमपंथियों से आमने सामने की लड़ाई चल रही है. अब तक 17 चरमपंथी मारे गए है.पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अतहर अब्बास का कहना है कि मिंगोरा के कुछ हिस्से पहले ही ख़ाली करा लिए गए हैं. मिंगोरा शहर की आबादी क़रीब तीन लाख की है. लेकिन ज़्यादातर लोग लडा़ई छिड़ने से पहले शहर छोड़ कर जा चुके हैं.
सेना के 15 हज़ार जवान चरमपंथियों से लड़ाई में शामिल हैं. ऑप्रेशन राह-ए-रास्त के नाम से जारी इस मुहिम में सेना को तालिबान के निर्णायक सफाए का आदेश दिया गया है. मिंगोरा पर चढ़ाई इसका सबसे अहम चरण है.
रिपोर्ट: रॉयटर्स/ आभा मोंढे
संपादन: शिव जोशी