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सुरक्षा परिषद में भारत को स्थान मिले: बुश

३१ अक्टूबर २००९

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को सीट दिए जाने का समर्थन किया है. जॉर्ज बुश का कहना है कि विश्व मंच पर एक शक्तिशाली लोकतांत्रिक देश के रूप में भारत का आगमन हो चुका है.

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'परमाणु क़रार पासपोर्ट टू द वर्ल्ड है'तस्वीर: AP Photo

दिल्ली में हिंदुस्तान टाइम्स लीडरशिप शिखर वार्ता में जॉर्ज बुश ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत को सीट दिए जाने की संभावनाओं को तलाशा जाना चाहिए. बुश के मुताबिक़ भारत सहिष्णु, शांति का पक्षधर और बहुधर्मीय लोकतंत्र है.

Afghanistan Soldaten des 373 Batalions der Bundeswehr patroullieren in der afghanischen Hauptstadt Kabul
अफ़गानिस्तान में सहयोग करें दोनों देश: बुशतस्वीर: AP

2006 में भारत की यात्रा कर चुके जॉर्ज बुश ने इंडो-यूएस रणनीतिक साझेदारी के लिए एक रोडमैप तैयार करने में अहम भूमिका निभाई थी. बुश का कहना है कि भारत और अमेरिका आज़ादी और लोकतंत्र के साझा मूल्यों में विश्वास रखते हैं.

भारत-अमेरिका परमाणु समझौते की पुरज़ोर वक़ालत करते हुए बुश ने कहा कि परमाणु समझौता एक ऐसा पासपोर्ट है जिससे दुनिया भारत की ताक़त को स्वीकार करेगी. परमाणु क़रार को ऐतिहासिक बताते हुए बुश ने कहा कि इससे भारत को बिना प्रदूषण के ऊर्जा मिलने में मदद मिलेगी.

अफ़गानिस्तान में अस्थिरता पर बुश ने कहा," भारत और अमेरिका को अफ़गानिस्तान में स्थिरता लाने के लिए और आतंकवाद के ख़िलाफ़ लड़ाई में जीत हासिल करने के लिए मिल कर काम करना चाहिए. अफ़गानिस्तान में मिशन बेहद मुश्किल और ख़र्चीला है. लेकिन शांति और स्थिरता के लिए यह ज़रूरी है."
राष्ट्रपति बराक ओबामा के विचारों से सहमति जताते हुए जॉर्ज बुश ने कहा कि भारत-अमेरिका के बीच संबंध दुनिया में सबसे अहम रिश्ते के साथ-साथ प्रगाढ़ रिश्ता भी होना चाहिए. हालांकि उन्होंने चेताया कि रिश्तों में नज़दीकी पाने के लिए दोनों को मिलकर काम करना होगा क्योंकि ऐसा अपने आप नहीं होने वाला है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़