साढ़े छह करोड़ साल पुराने डायनसोर के अंडे
२ अक्टूबर २००९अंडों के अवशेषों को देखने के बाद खोजकर्ताओं का कहना है कि डायनासोर का एक अंडा 13 से 20 सेंटीमीटर तक की चौड़ाई वाला था. उन्होंने संभावना जताई है कि इन अंडों को डायनासोर अपने सवा मीटर के घोंसले में रखा करते होंगे.
इस खोज से वैज्ञानिक काफी उत्साहित हैं. उनका अंदाज़ा है कि एक वक्त में भारत में इसी जगह सबसे ज़्यादा डायनासोर रहे होंगे. पेरियार विश्वविद्यालय के जियोलॉजी (भूगर्भ विज्ञान) विभाग के प्रमुख रामकुमार कहते हैं कि, ''जांच के दौरान हमें ये अंडे सुराख़ों में मिले. वहां ये कई किस्म की झाड़ियों के बीच मिले, जिससे पता चलता है कि शायद वो घोंसला होगा.''
ज़्यादा जानकारी देते हुए रामकुमार कहते हैं कि, '' हमें अंडों के अवशेषों वाले घोंसलों के कई मिले हैं. हर गुच्छे में आठ अंडे हैं.'' नतीज़ों से ख़ुश पंजाब यूनिवर्सिटी के डॉक्टर एडी अहलूवालिया कहते हैं कि, ''ये एक दिलचस्प खोज है जिससे के बाद कई नई चीज़ें सामने आएंगी.''
ये सभी अंडे दो वर्ग किलोमीटर के दायरे में मिले हैं. जिसके बाद खोजकर्ताओं ने अरियालुर ज़िला प्रशासन से इस इलाके में आम लोगों की आवाजाही बंद करवाने की अपील की है. फिलहाल ज़्यादा जांच के लिए कई नमूने जर्मनी भेजे गए हैं. भारत में इससे पहले भी डायनासोरों के कई अवशेष मिल चुके हैं. इस बारे में मध्यप्रदेश के जबलपुर ज़िले में अब भी खोज चल रही है.
रिपोर्ट: पीटीआई/ ओ सिंह
संपादन: एस गौड़